दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का सभी को बड़ी बेसब्री से इंतजार था। साथ ही किसी बड़े ऐलान की भी उम्मीद जताई जा रही थी। जब प्रधानमंत्री ने बोलना शुरू किया तो हुआ भी यही, लॉकडाउन से त्रस्त आम जनता और उद्योग जगत को जिस भरोसे की जरूरत थी, उसे पूरा करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोई कसर नहीं छोड़ी। कोरोना महामारी फैलने के बाद से पांचवी बार देश की जनता को संबोधित करते हुए पीएम ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के साथ साथ कोरोना संकट से भी निपटने की राह दिखाई। पीएम मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की है साथ ही भावी कदमों का संकेत दिया जो आने वाले वर्षों में ना केवल देश के आर्थिक ढांचे को बदलने वाला होगा बल्कि इसका व्यापक कूटनीतिक असर भी देखने को मिलेगा।
एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण के शुरुआत में कहा कि एक कोरोना वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया। विश्वभर में करोड़ों जिंदगियां संकट का सामना कर रही है। उन्होंने कहा, ‘सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी है। हमने ऐसा संकट ना देखा है, न ही सुना है। निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए ये सबकुछ अकल्पनीय है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो, लेकिन रुकना और थकना नहीं है।
थकना नहीं, हारना नहीं, टूटना नहीं
पीएम ने कहा, ‘ये क्राइसिस अभूतपूर्व है, लेकिन थकना, हारना, टूटना, बिखरना मानव को मंजूर नहीं है। सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हुए हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है।’ प्रधानमंत्री ने देश-दुनिया में कोविड-19 मरीजों की मौत पर दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
मृतक के परिवारों के प्रति संवेदना
पीएम ने अपना संबोधन शुरू करते हुए कहा, ‘कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को अब चार महीने से ज्यादा समय बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। 2.75 लाख से ज्यादा लोगों की दुखद मृत्यु हुई है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं। मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’
सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने पिछले पचास दिनों में धैर्य औऱ संयम का परिचय दिया है। साथ ही इस बात को स्वीकार किया कि ऐसे हालात में देश की अर्थव्यवस्था पर भी बूरा असर पड़ा है। यही वजह है कि पीएम ने देश की कुल जीडीपी का एक बड़ा हिस्सा आर्थिक पैकेज के रूप में देने की घोषणा की। वहीं आगे लॉकडॉउन के नए नियम क्या होंगे इसके लिए सभी को 18 मई का इंतजार है।