नई दिल्ली। 16 जनवरी यानी शनिवार से देश में कोरोना वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वैक्सीनेशन प्रोग्राम की शुरुआत करेंगे। साथ ही वे वैक्सीन लगवाने वाले कुछ लोगों से बात भी कर सकते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
PMO के मुताबिक, इस दौरान सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के 3006 सेशन साइट्स लॉन्चिंग कार्यक्रम से जुड़ेंगे। हर सेशन में 100 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। सूत्रों की मानें, तो पहले दिन करीब 3 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को टीके लगाए जाएंगे।
राज्यों को सलाह- 10% वैक्सीन रिजर्व रखें
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और UT (केंद्र शासित प्रदेशों) को सलाह दी है कि हर वैक्सीनेशन सेशन में टीका लगवाने वालों की संख्या 100 से ज्यादा नहीं हो। 10% वैक्सीन रिजर्व रखे जाएं, क्योंकि इतने डोज वेस्टेज में जा सकते हैं। साथ ही कहा गया है कि जैसे-जैसे वैक्सीनेशन आगे बढ़े, वैसे-वैसे सेंटर की संख्या बढ़ाई जाए।
मर्जी की वैक्सीन लगवाने का विकल्प अभी नहीं
देश में 2 वैक्सीन- ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिली है। सरकार ने मंगलवार को संकेत दिए कि वैक्सीनेशन में शामिल लोगों को अभी अपनी मर्जी की वैक्सीन लगवाने का ऑप्शन नहीं मिलेगा।
पहले फेज में 3 करोड़ लोगों को फ्री वैक्सीन लगेगी
पहले फेज में एक करोड़ हेल्थकेयर वर्कर्स और 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके फ्री में लगाए जाएंगे। इनके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इस तरह करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा।
सरकार ने 1.65 करोड़ डोज खरीदे
सरकार ने कोवीशील्ड के 1.1 करोड़ और कोवैक्सिन के 55 लाख डोज खरीदे हैं। इन्हें जरूरत के मुताबिक राज्यों और UT में भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि कोवीशील्ड देश के 60 पॉइंट्स पर पहुंचाए गए हैं, जहां से वे छोटे-छोटे सेंटर पर भेजे जाएंगे। कोवैक्सिन की पहली खेप 12 राज्यों में भेजी गई है।