बॉर्डर पर आंख दिखा रहे चीन की हेकड़ी को भारत ने करारा जवाब दिया है। लद्दाख में पिछले कई दिनों से चीन लगातार तनाव बढ़ रहा है। जंग के हालात पैदा करने की कोशिश कर रहा है। गलवान घाटी की सैटेलाइट इमेजों से खुलासा हुआ है कि उसने टेंट लगा लिए हैं। अपनी सेना का जमावड़ा सीमा पर बढ़ा दिया है। जिसके बाद भारतीय फौज भी उसकी फौज के सामने डट गई है। चीन की सेना के टेंट के सामने भारतीय सेना ने भी टेंट खड़े कर दिए हैं…और चीन की हर नापाक हरकत का जवाब देने की तैयारी में जुट गई है।
पीएम मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग
चीन को करारा जवाब देने के लिए दिल्ली में पीएम मोदी की अगुवाई में हाईलेवल मीटिंग हुई। एनएसए अजित डोभाल और सीडीएस बिपिन रावत के साथ रणनीति पर चर्चा की। मीटिंग में ये साफ कर दिया गया है कि भारत एक इंच पीछे नहीं हटने वाला नहीं है। भारत के इस जवाब से चीन बौखला गया है। खबर है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी फौज को तैयार रहने को कहा है। जानकारी के मुताबिक चीन ने अपने फाइटर जेट भी तैनात कर दिए हैं। लेकिन भारत इस बार चीन की हर चालबाजी को नाकाम करने के लिए तैयार है। रणनीतिक औरर कूटनीतिक तौर पर उसे ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि वो कभी भूल नहीं पाएगा।
दरअसल चीन की बौखलाहट की एक वजह ये है कि भारत बॉर्डर पर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रहा है। भारत पिछले कई साल से इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जोर दे रहा है। रोड और एयरबेस बनाने पर काम कर रहा है। ताकि फॉरवर्ड एरिया में सैनिकों और युद्धसामग्री का तेजी से मूवमेंट हो सके। भारत के विकास की यही रणनीति चीन को रास नहीं आ रही है। अभी तक वो ही बॉर्डर वाले इलाकों में रोड बना रहा था। लेकिन जब भारत भी उसके पास खड़ हो गया है, तो उसे ये नागवार गुजर रहा है। इसीलिए चीन कभी सिक्किम में अपऩी सेना की घुसपैठ कराकर तनाव को बढ़ाता है और कभी अरुणाचल और लद्दाख में दादागीरी दिखाता है। लेकिन बार-बार उसे मुंह की खानी पड़ती है।
बौखलाहट की वजह कोरोना भी है
चीन की बौखलाहट की वजह कोरोना संकट भी है। क्योंकि पूरी दुनिया उसके खिलाफ खड़ी हो गई है। उसकी आर्थिक विस्तारवादी नीति को बड़ा झटका लगा है। कई विदेशी कंपनियां चीन छोड़कर भारत आने की फिराक में हैं। इसलिए चीन बौखलाहट में बॉर्डर पर तनाव बढ़ाकर दुनिया का ध्यान बंटाना चाहता है। लेकिन भारत उसकी चाल को समझ चुका है। चीन को समझ लेना चाहिए कि हिंदुस्तान बदल गया है। अगर उसने हिमाकत की तो अंजाम बुरा होगा।