ओडिशा के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनसभा को संबोधित करते हुए कई बातों पर चर्चा की इस दौरान पीएम रोड शो भी किया। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा ओडिशा में भाजपा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान भारत की वर्तमान विदेश नीति और संस्कृति के संतुलन की झलक देता है। एक ओर वे G7 समिट जैसे वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वे देश की सांस्कृतिक आत्मा से भी गहराई से जुड़े हुए हैं।इस दौरान पीएम ने कहा ट्रंप के व्यक्तिगत निमंत्रण को अस्वीकार करना एक राजनीतिक संदेश भी हो सकता है—खासकर तब जब ट्रंप अमेरिका में 2024 का चुनाव हार चुके हैं और फिर से सक्रिय राजनीति में लौटने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के दौरे पर रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने राज्य को कई परियोजनाओं का तोहफा दिया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने उस दौरान यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप के निमंत्रण को क्यों अस्वीकार किया था।
दरअसल, ओडिशा सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में भुवनेश्वर में राज्य स्तरीय समारोह का खास आयोजन किया गया। ओडिशा में पीएम मोदी ने राज्य को 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी। कार्यक्रम में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने यह भी बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप का न्योता क्यों स्वीकार नहीं किया।
ओडिशा में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी दो दिन पहले मैं G7 समिट के लिए कनाडा में था। उस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुझे फोन किया और बड़े आग्रह के साथ निमंत्रण दिया। मैंने, अमेरिका के राष्ट्रपति से कहा, निमंत्रण के लिए आपका धन्यवाद, लेकिन मुझे तो महाप्रभु की धरती पर जाना जरूरी है। इसलिए मैंने उनका निमंत्रण विनम्रता से मना किया। आपका प्रेम मुझे महाप्रभु की धरती तक खींच लाया है।