रायपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने केंद्र सरकार पर बरसे हैं। मोदी सरकार को बेपरवाह सरकार कहें तो अतिश्योक्ति नहीं है। महंगाई से आम जनता दब से गए है , धन लोगों के हाथ मे नहीं के बराबर है। थोड़ी सी ईमानदारी होती तो सरकार जनता को नगदी देने की बात करती। ज्यादा से ज्यादा मूल चुकाने को सरकार मजबूर करती है। मोदी सरकार ने 23 करोड़ लोंगो को गिरीब रेखा नीचे धकेल दिया। 2 करोड़ लोग सिर्फ दो महीने में ही नौकरी गवानी पड़ी। जो नौकरी कर रहे है वो भी कम वेतन में काम करने को मजबूर है। 2017 में वित्तीय दर 8.2 से घटकर 2020 में 4.8 पर आ गया है। जीएसटी में हजारों अमेंडमेंट हुए, मोदी सरकार की गलत नीतियों से आम आदमी त्रस्त है।
केंद्र सरकार को एक्ससाइज ड्यूटी कम करना ही पड़ेगा। आज नहीं रोका गया तो ये महंगाई और महामारी से इस देश के लोगों के लिए भूख से मरने की बारी है। पहले ये लोग 60-55 में ही सारा नौटंकी कर चुके हैं। लिखते लिखते आपके कलम फेल हो जाएगा इतनी महंगाई बढ़ रही। देश की पूरी आबादी मोदी जी के निर्मित विपदाओं से त्रस्त है। महंगाई से मुंह न मोड़ो, कम नहीं कर सकते तो गद्दी छोडो।
पूर्व मंत्री पेट्रोल और डीजल की महंगाई बोले 1 अप्रैल 2021 से 1 जुलाई 2021 तक 100 के पार पेट्रोल के दाम, 59 प्रतिशत पेट्रोल का रेट बढ़ाया गया है। डीजल और पेट्रोल के एक्ससाइज ड्यूटी में 7 साल में केंद्र सरकार ने 25 लाख करोड़ कमाया है। डीजल में महंगाई 794 प्रतिशत बढ़ा है,मोदी सरकार ने सिर्फ टैक्स बढ़ाने का काम किया। ये जो पैसा आता है में राज्य सरकार का वो हिस्सा नहीं है। शेष का पैसा केंद्र सरकार रखती है, राज्य सरकार के पास नहीं आता है।