बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में पारिवारिक और राजनीतिक तनाव एक बार फिर खुलकर सामने आ गया। मंगलवार को महनार विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा। सभा के दौरान RJD समर्थकों ने “तेजस्वी यादव जिंदाबाद” के नारे लगाए और मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पिछले कुछ दिनों से लालू यादव के परिवार में तनाव चल रहा है. तेज प्रताप के द्वारा पार्टी बनाए जाने के बाद तनाव और ज्यादा गहरा हो गया. हाल ही में ‘जन नाय…इसके अलावा, चुनाव कैंपेन को लेकर भी बयानबाजी हुई थी. पिछले दिनों तेज प्रताप ने कहा था कि अगर तेजस्वी उनके खिलाफ प्रचार करने महुआ आएंगे, तो वो भी राघोप…
सभा के दौरान तेज प्रताप को किया गया ट्रोल
जानकारी के मुताबिक, तेज प्रताप यादव महनार विधानसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। जैसे ही वे मंच पर आए, वहां मौजूद RJD के कुछ समर्थकों ने “तेजस्वी यादव जिंदाबाद” और “लालू यादव अमर रहें” के नारे लगाने शुरू कर दिए। शुरुआत में माहौल सामान्य था, लेकिन धीरे-धीरे नारेबाजी तेज होती गई। तेज प्रताप के समर्थक और विरोधी आपस में भिड़ने की स्थिति में पहुंच गए। अंततः पुलिस और आयोजकों ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया।
RJD के अंदर बढ़ रहा पारिवारिक विवाद
लालू परिवार में पिछले कुछ महीनों से तनाव की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच राजनीतिक मतभेद अब सार्वजनिक हो चुके हैं। तेज प्रताप ने कुछ समय पहले अपनी नई राजनीतिक पार्टी “जन नायक जनता दल (JJD)” के गठन की घोषणा की थी, जिसके बाद से दोनों भाइयों के रिश्तों में खटास और बढ़ गई है।
तेजस्वी पर पहले भी किया था निशाना
यह पहली बार नहीं है जब तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष हमला बोला हो। कुछ दिनों पहले उन्होंने कहा था,
“अगर तेजस्वी मेरे खिलाफ महुआ में प्रचार करने आएंगे, तो मैं भी राघोपुर जाकर प्रचार करूंगा।”
उनके इस बयान को राजनीतिक हलकों में RJD के अंदर गहराते विभाजन के संकेत के रूप में देखा गया।
RJD में असहजता, कार्यकर्ताओं में उलझन
इस घटना के बाद RJD कार्यकर्ताओं में भी असहजता का माहौल है। एक तरफ तेजस्वी यादव पार्टी के मुख्य चेहरे के रूप में चुनाव अभियान चला रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ तेज प्रताप के बागी तेवर पार्टी की एकता पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर अभी कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अंदरखाने में यह चर्चा है कि RJD अब तेज प्रताप से दूरी बनाने की रणनीति पर विचार कर रही है।
बता दें कि, महनार की यह घटना सिर्फ एक चुनावी सभा का विवाद नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में RJD के भीतर गहराते संकट का प्रतीक बन गई है। जहां एक ओर तेजस्वी यादव पार्टी की मुख्य धारा को आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं तेज प्रताप यादव की अलग राह ने लालू परिवार की एकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।