अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर रक्षा मंत्री ने दिया एकता का संदेश, कहा- ‘समाज और विचार के स्तर पर भी योग करें’ एक भी वर्ग पीछे छूट गया तो देश की एकता और सुरक्षा का चक्र टूट जाएगा राजनाथ सिंह ने कहा कि हमें समाज और विचार के स्तर पर भी योग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज का एक भी वर्ग पीछे छूट गया तो देश की को नुकसान होगा।
जम्मू -कश्मीर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऊधमपुर में सेना के जवानों के साथ योग किया। इस दौरान उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र कर समाज और विचार के योग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीमा पार से भारत के खिलाफ केवल पहलगाम में सिर्फ एक आतंकी घटना को ही अंजाम नहीं दिया गया बल्कि भारत की सामाजिक और साम्प्रदायिक एकता को भी निशाना बनाया गया। जवाब में भारतीय सेना ने न केवल उनके मंसूबो को विफल किया बल्कि ऐसी जवाबी कार्रवाई की कि पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े और तब जाकर कहीं ऑपरेशन सिंदूर को अल्पविराम दिया है। जैसा कि हमने पहले कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है।
रक्षा मंत्री ने कहा “पाकिस्तान भारत को भीतर से कमजोर करना चाहता है। मगर पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत की एकता और अखण्डता के लिए अगर मेजर सोमनाथ शर्मा ने अपने प्राणों की आहुति दी है तो ब्रिगेडियर उस्मान जैसे महावीरों ने भी इस देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है।
राजनाथ सिंह ने कहा “मुझे अपनी सेनाओं से भी बेहद नजदीकी से जुड़ने का अवसर मिला है। मैंने सुरक्षा बलों में भी, अपने सैनिकों का योग के प्रति रुझान देखा है। कई जवान नियमित योग करते हैं। इसका सीधा प्रभाव उनके अनुशासन और लगन पर दिखाई देता है। योग किसी भी सैनिक को न सिर्फ शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार करता है, जिसका लाभ हमें युद्ध क्षेत्र में भी देखने को मिलता है।”