दिल्ली-एनसीआर और पूरे उत्तर भारत के लोगों के लिए राहत भरी ख़बर है। करीब 10 दिनों की उमस और गर्मी के बाद आखिरकार इस मौसम की पहली व्यापक मॉनसून बारिश रविवार, 7 जुलाई को दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में देखने को मिल रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पहले ही अनुमान जताया था कि रविवार से उत्तर भारत के बड़े हिस्सों में मॉनसून की बारिश सक्रिय हो जाएगी। मौसम विभाग के मुताबिक यह बदलाव मॉनसून की रेखा के उत्तर की ओर खिसकने की वजह से आया है, जिसने अरब सागर से आने वाली नमी को फिर से सक्रिय कर दिया है।
बता दें कि, इस बदलाव का मुख्य कारण मॉनसून की रेखा का उत्तर की ओर खिसकना है, जो वर्तमान में उत्तरी भारत पर स्थित है.यह रेखा अरब सागaर से नमी को सक्रिय रूप से खींच
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की अक्षीय रेखा अब पंजाब, हरियाणा और दिल्ली होते हुए उत्तर प्रदेश में पहुँच गई है। यह रेखा सामान्य से थोड़ी उत्तर की ओर खिसकी है और अरब सागर से नमी खींच रही है। बंगाल की खाड़ी से भी नमी मिल रही है जिससे मानसून को बल मिला है। इसके अलावा एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिम भारत पर सक्रिय है, जिससे बारिश की गतिविधियां तेज़ हुई हैं।
बता दें कि, दिल्ली और उत्तर भारत के लिए यह बारिश एक बड़ी राहत है। गर्मी और उमस से बेहाल लोगों को ठंडी फुहारों ने सुकून दिया है। किसानों के लिए भी यह बारिश उम्मीद की नई किरण लेकर आई है। हालांकि भारी बारिश से जुड़े खतरों के मद्देनज़र सतर्क रहना ज़रूरी है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक सतर्कता बरतने की सलाह दी है।