वडोदरा में महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल ढहने की घटना से एक बार फिर सरकारी सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है। ऐसे में कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर करोड़ों की लागत से बना इस पुल की कौन जिम्मेदारी लेगा? या हर बार की तरह निर्माण ऐजेंसी के उपर सारा आरोप देकर सब शांत हो जाएंगे।
वडोदरा। गुजरात के वडोदरा में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया, जब महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल अचानक टूटकर नदी में समा गया। इस दर्दनाक हादसे में अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। हादसे के समय पुल पर कई वाहन गुजर रहे थे, जिनमें से पांच वाहन पुल के मलबे के साथ नदी में बह गए।
यातायात पर भारी असर
पुल टूटने के बाद वडोदरा और आणंद के बीच यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। इस मार्ग का उपयोग करने वाले लोगों को अब वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में लंबा जाम लग गया। पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया है और लोगों से अनावश्यक रूप से इस मार्ग पर न आने की अपील की है।
पुल ढहने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जानकारी के अनुसार, पुल पर मौजूद 5 गाड़ियां नदी में बह गईं। इस हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई और कई लोग बुरी तरह से घायल हैं।
गुजरात के वडोदरा में गंभीरा पुल का ढह जाना एक दर्दनाक हादसा ही नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का नतीजा भी है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन न केवल इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करेगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाएगा। फिलहाल पुल टूटने से मृतकों के परिवारों में मातम का माहौल है और घायलों का इलाज जारी है।
बता दे कि, गुजरात के वडोदरा में गंभीरा पुल का ढह जाना एक दर्दनाक हादसा ही नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही का नतीजा भी है। उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन न केवल इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करेगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाएगा। फिलहाल पुल टूटने से मृतकों के परिवारों में मातम का माहौल है और घायलों का इलाज जारी है।