दिल्ली। नई दिल्ली में बुधवार को सियासी पारा तब चढ़ गया, जब बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का ‘अपमान’ करने का गंभीर इल्ज़ाम लगाया। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खड़गे से माफी और कांग्रेस से उनके निष्कासन की मांग कर दी।
बीजेपी का आरोप है कि खड़गे ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक रैली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को “मुर्मा जी” और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को “कोविड” कहकर संबोधित किया। इतना ही नहीं आरोप ये भी लगाया कि खड़गे लगातार राष्ट्रपति पर कमेंट करते रहते हैं उन्होंने “भू-माफिया” होने तक की बात कह दी कि वो जंगल, जमीन, और पानी छीनने के लिए राष्ट्रपति बनीं। गौरव भाटिया ने तंज कसते हुए कहा, “खड़गे जी, असली भू-माफिया तो आपके अपने रॉबर्ट वाड्रा हैं, जो देशभर में जमीनें हड़पने के लिए मशहूर हैं! उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पर कीचड़ उछालना बंद करो!” भाटिया ने ये भी इल्ज़ाम लगाया कि खरगे राहुल गांधी के “इशारे” पर दलित, आदिवासी, और महिला विरोधी बयान दे रहे हैं, जो संविधान की गरिमा को तार-तार कर रहा है।
बीजेपी का गुस्सा: ये पहली बार नहीं!
भाटिया ने कांग्रेस की पुरानी “गलतियों” का ज़िक्र करते हुए कहा कि ये कोई नई बात नहीं। पहले कांग्रेस के उदित राज ने कहा था कि “ऐसी राष्ट्रपति किसी देश को नहीं मिलनी चाहिए”, अधीर रंजन चौधरी ने मुर्मू को “राष्ट्रपत्नी” कहकर बवाल मचाया था, और अजय कुमार ने भी राष्ट्रपति के खिलाफ आपत्तिजनक बातें की थीं। अधीर ने तो माफी मांगकर इसे “ज़ुबान फिसलना” बताया था, लेकिन बीजेपी का कहना है कि खड़गे का बयान कोई गलती नहीं, बल्कि “जानबूझकर किया गया हमला” है। भाटिया ने चेतावनी दी, “अगर खड़गे और कांग्रेस माफी नहीं मांगते, तो देश की जनता इसका जवाब देगी। ये गलती कांग्रेस को भारी पड़ेगी!
कांग्रेस का बचाव: बीजेपी पर पलटवार
उधर, कांग्रेस ने बीजेपी के इल्ज़ामों को “बकवास” करार दिया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “खड़गे ने जो कहा, वो आदिवासियों के हक की बात थी। बीजेपी आदिवासियों की जमीन छीनने वालों को बचाती है और अब खड़गे पर उंगली उठा रही है?” कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को तूल देकर सियासी रोटियां सेंक रही है।