नई दिल्ली। गुरुवार की सुबह दिल्ली-NCR के लोगों के लिए डर और दहशत लेकर आई। बताया जा रहा है कि करीब सुबह 9 बजकर 4 मिनट 50 सेकेंड पर अचानक दिल्ली और आसपास के इलाकों में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए। यह कोई छोटा मोटा कंपन नहीं था.. लोगों ने बताया कि करीब 10 सेकेंड तक धरती कांपती रही, जिससे लोगों के बीच हड़कंप मच गया। कई लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागते नजर आए। ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग खासतौर पर डर गए और सीढ़ियों से नीचे उतरकर बाहर आ गए।
समाचार मिर्ची के दफ्तर में भी महसूस हुए झटके
समाचार मिर्ची के नोएडा स्थित दफ्तर में भी सभी कर्मचारी दफ्तर पहुंचे ही थे कि अचानक से झटके महसूस हुए तो सभी सीढ़ियों के सहारे नीचे उतर आए। संस्थान ने अपने कर्मचारियों के डर और दहशत को देखते हुए वर्क फ्रॉम होम या छुट्टी लेने की सलाह देकर हिम्मत दी।
पहले पानी और अब भूकंप
दिल्ली-NCR के लोग पहले ही बुधवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश, पानी के जगह जगह भराव और भारी ट्रैफिक जाम से परेशान थे। ऐसे में सुबह-सुबह भूकंप के झटको ने उन्हें परेशान करके रख दिया है। जरा सोचिए आप सो रहे होंगे या सुबह दैनिक गतिविधियों को निपटा रहे होंगे उसी समय अचानक ऐसी प्राकृतिक आपदा आ जाए तो क्या हाल होगा। कुछ ऐसा हुआ जब अचानक दिल्ली नोएडा वालों के पैरों के नीचे की धरती कांपने लगी जिससे लोग और भी ज्यादा घबरा गए। कुछ जगहों पर लोग कहते दिखे कि पहले बारिश और अब भूकंप, हालात और न बिगड़ जाएं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की माने तो भूकंप का केंद्र हरियाणा का झज्जर था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.4 थी और इसकी जमीन से 10 किमी नीचे थी। भूकंप का समय सुबह 9 बजकर 4 मिनट 50 सेकेंड रहा। भूकंप के झटके दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा और यूपी के क्षेत्रों में भी तीव्रता से महसूस किए गए।
पिछले वर्षों में भी महसूस हुए झटके
ये कोई नई बात नहीं है पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली-NCR में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। ज्यादातर मामूली तीव्रता के रहे हैं। लेकिन विशेषज्ञ बार-बार चेतावनी देते रहे हैं कि भूकंप की दृष्टि से दिल्ली एक संवेदनशील क्षेत्र है और यहां बड़ी तैयारी की जरूरत है। मगर फिलहाल ऐसी कोई तैयारी यहां पर होती नजर नहीं आ रही है।
भूकंप की स्थिति में सुरक्षा के लिए क्या करें?
भूकंप के दौरान लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बड़ी बड़ी इमारतों में अगर रहते हैं तो तुरंत बाहर निकलकर खुले मैदान में जाएं। अगर बाहर न जा पाएं तो किसी मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं और सिर को हाथ से ढक लें। लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
बता दें कि, गुरुवार सुबह के भूकंप ने एक बार फिर यह एहसास दिला दिया कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति जागरूक और तैयार रहना कितना जरूरी है। भले ही इस बार किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं मिली, लेकिन प्रशासन और लोगों को भविष्य के लिए सतर्क रहना चाहिए।