दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर ऐसा ताना मारा कि अब हंगामा मच गया है। बीजेपी तो उनके बयान की निंदा कर ही रही है मंत्रालय ने भी इस गंभीरता से लिया है। दरअसल मान साहब ने पीएम के हाल के पांच देशों—ब्राजील, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, और नामीबिया—के दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि “पता नहीं कौन-कौन से देश—मैग्नेशिया, गैल्वेसिया, टार्वेसिया—घूम रहे हैं। 140 करोड़ की जनता वाले देश में नहीं रुकते, 10 हजार की आबादी वाले देशों में जाकर सबसे बड़े अवॉर्ड ले आते हैं! यहाँ तो 10 हजार लोग जेसीबी देखने इकट्ठा हो जाते हैं!” बस, ये सुनते ही विदेश मंत्रालय ने भी कड़ी आपत्ती दर्ज की है।
विदेश मंत्रालय ने जताई आपत्ती
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बिना मान का नाम लिए उनकी टिप्पणी को “गैर-जिम्मेदाराना और खेदजनक” बताया है। उन्होंने कहा कि “ऐसी बातें किसी बड़े सरकारी ओहदे वाले को शोभा नहीं देतीं। ये टिप्पणियाँ भारत के ग्लोबल साउथ के मित्र देशों से रिश्तों को कमजोर करती हैं।”
मंत्रालय ने साफ कहा कि सरकार ऐसी बयानबाजी से खुद को अलग करती है। अब मान साहब रुके नहीं, अगले दिन पंजाब विधानसभा में फिर वही बात दोहरा दी, बोले, “लोगों को हक है ये जानने का कि हमारा पीएम कहां-कहां जा रहा है!” गौर करने वाली बात ये है कि पीएम मोदी का ये दौरा कोई मामूली नहीं था। ब्राजील, घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, और नामीबिया—ये ग्लोबल साउथ के देश हैं, जिनके साथ भारत के पुराने सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, और व्यापारिक रिश्ते रहे हैं। मोदी जी वहां गए तो कई बड़े समझौते हुए—नामीबिया में डिजिटल पेमेंट सिस्टम, हेल्थ और मेडिसिन में सहयोग, और भारत की अगुवाई वाले ग्लोबल बायो फ्यूल अलायंस में नामीबिया का शामिल होना। घाना में तो मोदी जी को “ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना” का सम्मान मिला, और नामीबिया में “ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एन्सिएंट वेलविट्सचिया मिराबिलिस”!
बीजेपी बोली मान साहब सीएम हो कॉमेडियन नहीं
ये सब भारत की दुनिया में बढ़ती साख का सबूत है। मगर आम आदमी पार्टी के मान साहब को ये सब हजम नहीं हुआ। वो बोले, “140 करोड़ की जनता के मसले छोड़कर पीएम छोटे-छोटे देशों में अवॉर्ड लेने चले जाते हैं। 11 साल में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की!” जब मान साहब इतना बोल रहे हैं तो बीजेपी ने कहां चुप रहने वाली थी बीजेपी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने मुख्यमंत्री मान को याद दिलाया कि “मान साहब, अब आप कॉमेडियन नहीं, मुख्यमंत्री हैं। थोड़ा तमीज रखो, नहीं तो इस्तीफा दो और वापस कॉमेडी करो!”
मुख्यमंत्री मान साहब का तंज और फिर विदेश मंत्रालय की आपत्ती इससे साफ जाहिर है कि ऐसी बयानबाजी से इंटरनेशनल लेवल पर गलत संदेश जाता है औऱ देश की साख भी कमजोर होती है। जिम्मेदारी तब और बढ़ जाती है जब आप किसी संवैधानिक पद पर बैठे हों तो सोच समझकर बयानबाजी करनी चाहिए।