गुवाहाटी: असम में अवैध घुसपैठ की समस्या एक बार फिर सुर्खियों में है। सोमवार, 28 जुलाई को असम पुलिस ने श्रीभूमि जिले से पकड़े गए 20 कथित बांग्लादेशी घुसपैठियों को औपचारिक कार्रवाई पूरी करने के बाद वापस बांग्लादेश भेज दिया। इस बात की जानकारी स्वयं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) के माध्यम से साझा की।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि असम पुलिस ने सोमवार को श्रीभूमि जिले से 20 कथित बांग्लादेशी घुसपैठियों को पड़ोसी देश में वापस भेज दिया।
शर्मा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आज असम पुलिस ने श्रीभूमि से 20 अवैध घुसपैठियों को वापस बांग्लादेश भेज दिया है।”
अवैध घुसपैठ पर सरकार की सख्ती
असम लंबे समय से अवैध घुसपैठ की समस्या से जूझता रहा है। बांग्लादेश से लगी खुली और संवेदनशील सीमा के कारण यहां अवैध प्रवासियों की संख्या लगातार चिंता का विषय रही है। मुख्यमंत्री सरमा ने कई बार यह दोहराया है कि उनकी सरकार किसी भी कीमत पर अवैध घुसपैठियों को राज्य में पनाह नहीं लेने देगी। हाल के वर्षों में पुलिस और सीमा सुरक्षा बल ने इस दिशा में कई अभियान चलाए हैं, जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बड़ा मुद्दा
अवैध घुसपैठ न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन घुसपैठियों के कारण जनसंख्या असंतुलन, स्थानीय संसाधनों पर दबाव और सामाजिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं।
बता दें कि, असम में 20 बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस भेजना राज्य सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। यह कदम न केवल सीमा सुरक्षा की दिशा में मजबूती का प्रतीक है, बल्कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के उस संकल्प को भी दर्शाता है जिसमें उन्होंने राज्य की संस्कृति, पहचान और सुरक्षा की रक्षा का वादा किया था।