नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि भारत किसी भी देश को अपना स्थायी दुश्मन नहीं मानता। उन्होंने कहा कि बदलते वैश्विक परिदृश्य में स्थायी दोस्त और दुश्मन जैसी अवधारणाओं का कोई महत्व नहीं रह गया है। केवल राष्ट्रीय हित ही स्थायी होते हैं।
बता दें कि, रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में दो टूक कहा – “भारत किसी को अपना दुश्मन नहीं मानता। हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अपने किसानों, अपने उद्यमियों और अपने नागरिकों के हितों की रक्षा करें। यही भारत की विदेश नीति और रक्षा नीति की आधारशिला है।”
वही, राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि आज की दुनिया में कोई भी दोस्त या दुश्मन स्थायी नहीं होता। “स्थायी तो केवल हमारे हित हैं। हमें यह देखना होगा कि कौन सा फैसला भारत के किसानों, भारत के उद्यमियों और भारत की जनता के लिए लाभकारी होगा। उसी आधार पर हमारी नीतियां तय होंगी।”
तेजी से बदलती दुनिया और नई चुनौतियां
डिफेंस समिट 2025 के मंच से राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि दुनिया इतनी तेजी से बदल रही है कि हर दिन नई चुनौतियां सामने खड़ी हो जाती हैं।
राजनाथ सिंह का बयान इस बात का संकेत है कि भारत अब और अधिक आत्मविश्वासी और नीतिगत स्पष्टता के साथ आगे बढ़ रहा है। अमेरिका हो या चीन, रूस हो या यूरोप – भारत सभी के साथ दोस्ती चाहता है, लेकिन अपनी शर्तों और अपने हितों के आधार पर।