बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से कुछ ही दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के विभिन्न इलाकों में जनसभाएं कर एनडीए की विकास योजनाओं की झड़ी लगा दी। शाह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और बिहार में एनडीए सरकार मिलकर राज्य को एक नए विकास मॉडल की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में आगामी चुनावों से पहले डिफेंस कॉरिडोर, नई रेल लाइन और रामायण सर्किट जैसी कई विकास परियोजनाओं का वादा किया है। इन योजनाओं का उद्देश्य राज्य में बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, पर्यटन को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे क्षेत्रों में भी विकास करने का वादा किया।
डिफेंस कॉरिडोर: बिहार को मिलेगा राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान का मौका
अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु की तरह अब बिहार में भी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (Defence Corridor) बनाया जाएगा। इसके जरिए राज्य को रक्षा क्षेत्र में निवेश (Defence Investment) और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना का बड़ा अवसर मिलेगा।
जानकारी दे दें कि, अमित शाह ने अपने संबोधन में रेलवे नेटवर्क के विस्तार पर भी विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में नई रेल लाइनें बिछाई जाएंगी और पुरानी रेल परियोजनाओं को तेज़ी से पूरा किया जाएगा। इसके तहत गया-दरभंगा, पटना-सासाराम, औरंगाबाद-सीतामढ़ी जैसी नई रेल लाइनों का प्रस्ताव किया गया है। शाह ने कहा कि यह परियोजनाएं बिहार के दूरदराज इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करेंगी।
बता दें कि, अमित शाह ने अपने भाषण में स्पष्ट किया कि एनडीए का बिहार में चुनाव एजेंडा “विकास, सुशासन और स्थिरता” पर केंद्रित है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दल सिर्फ जातीय और क्षेत्रीय राजनीति करते हैं, जबकि एनडीए का उद्देश्य विकास की राजनीति करना है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों में एनडीए सरकार ने बिहार में सड़क, बिजली, रेल, और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।
