बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा राजनीतिक दावा किया है। शाह ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को राज्य में 160 से अधिक सीटें मिलने जा रही हैं और बिहार में दो-तिहाई बहुमत के साथ स्थिर और विकासमुखी सरकार बनेगी।
बिहार चुनाव के पहले चरण के मतदान से पहले, अमित शाह ने दावा किया कि एनडीए दो-तिहाई बहुमत से जीतेगी। उन्होंने कहा कि एनडीए ने अपने वादों को पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है और सरकार 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर भी जल्द कदम बढ़ाएगी। शाह ने ड्रग्स मुक्त भारत का भी वादा किया।
‘एनडीए को मिलेगा जनादेश, विकास ही होगा मुद्दा’
अमित शाह ने कहा, “बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि वे इस बार विकास और स्थिरता के पक्ष में वोट देंगी। बिहार ने लालटेन का युग छोड़कर एलईडी युग को अपनाया है। लोगों को अब जाति और परिवारवाद की राजनीति नहीं, बल्कि बुनियादी विकास और सुशासन चाहिए।”
शाह ने दावा किया कि इस बार एनडीए गठबंधन — जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल (यूनाइटेड) और सहयोगी दल शामिल हैं — को जनता का भरपूर समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा, “हमने जो कहा, वो किया। अब बिहार को आत्मनिर्भर और ड्रग्स मुक्त बनाने की बारी है।”
संविधान संशोधन और सामाजिक न्याय का वादा
शाह ने अपने भाषण में यह भी कहा कि एनडीए सरकार 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर जल्द कदम उठाएगी, जिससे सामाजिक न्याय और आर्थिक समानता के नए रास्ते खुलेंगे। उन्होंने कहा, “यह संशोधन देश के वंचित तबकों को सशक्त बनाएगा। यह केवल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के विकास का प्रतीक होगा।”
इस बयान को राजनीतिक पर्यवेक्षक शाह की दूरगामी रणनीति मान रहे हैं। उनका कहना है कि शाह बिहार के मतदाताओं को यह संदेश देना चाहते हैं कि एनडीए सिर्फ चुनाव जीतने नहीं, बल्कि संरचनात्मक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध है।
पहले चरण की वोटिंग से पहले अमित शाह का यह बयान बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर गया है। एक ओर जहां एनडीए अपनी जीत को लेकर आत्मविश्वास से भरा है, वहीं विपक्ष इसे “हवा में किया गया दावा” बता रहा है। फिलहाल, बिहार की जनता के हाथ में फैसला है — कि वह किसे अपना भविष्य सौंपती है: विकास के वादों पर खड़ी एनडीए सरकार को या बदलाव के नारे बुलंद करने वाले विपक्ष को।
