पटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण ऐतिहासिक रहा। 121 सीटों पर हुए मतदान में राज्य ने अब तक का सबसे ऊंचा रिकॉर्ड बनाया है — 65.08 प्रतिशत वोटिंग, जो न केवल बिहार बल्कि देश के कई राज्यों के लिए भी उदाहरण है। यह आंकड़ा 2020 के पहले चरण के मुकाबले लगभग 9 प्रतिशत ज्यादा है। चुनाव आयोग ने इसे “लोकतंत्र की जीत” बताया है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “जागरूक बिहार की ताकत” कहा।
अब सभी की नजर दूसरे चरण पर है, जिसमें बाकी 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी. चुनाव आयोग के मुताबिक, इस बार सुरक्षा व्यवस्था और पारदर्शिता के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. राजनीतिक रूप से आज का दिन भी अहम है. महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव और राहुल गांधी भी अलग-अलग जिलों में प्रचार में जुटे हैं. वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा का कार्यक्रम कदवा कस्बा में निर्धारित है.
‘जागरूक मतदाता, मजबूत लोकतंत्र’: पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने भाषण में कहा,
“बिहार के लोगों ने लोकतंत्र को नई ऊर्जा दी है। पहले चरण में 65 प्रतिशत मतदान का मतलब है कि जनता ने जंगलराज के नेताओं को 65 वोल्ट का झटका दिया है।”
उन्होंने कहा कि बिहार ने हमेशा देश को दिशा दी है और इस बार भी मतदाताओं ने यह दिखा दिया कि राज्य अब पिछली राजनीति से ऊपर उठ चुका है। मोदी ने युवाओं, महिलाओं और पहली बार वोट डालने वालों की विशेष सराहना की और कहा कि “अब बिहार विकास, सुरक्षा और अवसर की राजनीति चाहता है।”
बता दें कि, पहले चरण की सफलता के बाद अब राजनीतिक दलों की निगाहें दूसरे चरण की ओर हैं। 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होगा, जो बिहार की सियासत का निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। दूसरे चरण में पटना, गया, नालंदा, बेगूसराय, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी और कटिहार जैसे प्रमुख जिले शामिल हैं। चुनाव आयोग ने सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
