गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को टेस्ट क्रिकेट में एक और शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। साउथ अफ्रीका ने भारत को 408 रनों के भारी अंतर से हराया और 25 साल बाद भारत के खिलाफ व्हाइटवॉश किया। भारतीय टीम को इस मैच में 549 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम दूसरी पारी में भी दबाव में टूट गई और साउथ अफ्रीका ने पूरी तरह मैच पर कब्ज़ा जमा लिया।
गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को टेस्ट क्रिकेट में एक और शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। साउथ अफ्रीका ने भारत को 408 रनों के भारी अंतर से हराया और 25 साल बाद भारत के खिलाफ व्हाइटवॉश किया। भारतीय टीम को इस मैच में 549 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन पूरी टीम दूसरी पारी में भी दबाव में टूट गई और साउथ अफ्रीका ने पूरी तरह मैच पर कब्ज़ा जमा लिया।
भारत की दूसरी पारी का आरंभ
भारत की दूसरी पारी में भी शुरुआत खराब रही। यशस्वी जायसवाल ने सिर्फ 13 रन बनाए और मार्को जानसेन की गेंद पर विकेटकीपर काइल वेरेने ने कैच लिया। इसके बाद केएल राहुल, कुलदीप यादव और ध्रुव जुरेल भी जल्दी आउट हो गए। ऋषभ पंत और विराट कोहली ने थोड़ी कोशिश की, लेकिन साउथ अफ्रीका के गेंदबाजों के सामरिक दबाव के आगे भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं पाए।
इस मैच में भारत की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही। पहले ही 50 रन में तीन विकेट गिर गए। मध्यक्रम भी टिक नहीं सका। कप्तान विराट कोहली ने 60 रन बनाए, जो भारतीय पारी में सबसे ज्यादा रन थे। वहीं ऋषभ पंत की 58 रनों की पारी भी टीम को कोई बड़ा स्कोर बनाने में मदद नहीं कर पाई। दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत बुरी रही और टीम जल्दी ऑल आउट हो गई।
बता दें कि, गुवाहाटी टेस्ट में भारत को 408 रनों से मिली हार न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हारों में शामिल हो गई, बल्कि 25 साल बाद व्हाइटवॉश के रूप में भारतीय टीम के लिए ऐतिहासिक झटका भी साबित हुई।साउथ अफ्रीका की टीम ने सामरिक गेंदबाजी, मजबूत मानसिकता और रणनीति के साथ मैच को पूरी तरह नियंत्रित किया। भारतीय टीम के लिए यह हार सीखने का अवसर है, जिसमें बल्लेबाजी में सुधार, दबाव में स्थिरता और रणनीतिक तैयारी शामिल है।
भारत की बल्लेबाजी में कमजोर प्रदर्शन
इस मैच में भारत की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही। पहले ही 50 रन में तीन विकेट गिर गए। मध्यक्रम भी टिक नहीं सका। कप्तान विराट कोहली ने 60 रन बनाए, जो भारतीय पारी में सबसे ज्यादा रन थे। वहीं ऋषभ पंत की 58 रनों की पारी भी टीम को कोई बड़ा स्कोर बनाने में मदद नहीं कर पाई। दूसरी पारी में भी भारत की शुरुआत बुरी रही और टीम जल्दी ऑल आउट हो गई।
बता दें कि, गुवाहाटी टेस्ट में भारत को 408 रनों से मिली हार न सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी हारों में शामिल हो गई, बल्कि 25 साल बाद व्हाइटवॉश के रूप में भारतीय टीम के लिए ऐतिहासिक झटका भी साबित हुई। साउथ अफ्रीका की टीम ने सामरिक गेंदबाजी, मजबूत मानसिकता और रणनीति के साथ मैच को पूरी तरह नियंत्रित किया। भारतीय टीम के लिए यह हार सीखने का अवसर है, जिसमें बल्लेबाजी में सुधार, दबाव में स्थिरता और रणनीतिक तैयारी शामिल है।
