महाराष्ट्र प्याज किसानों के लिए राहतभरी खबर है. नासिक स्थित लसलगांव APMC में नए खरीफ प्याज की औसत थोक कीमत में तेज बढ़ोतरी हुई है. इससे किसानों ने राहत की सांस ली है. शनिवार को जो प्याज 2,000 रुपये प्रति क्विंटल था, वह सोमवार को 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया. यानी 48 घंटे में प्याज की कीमतों में लगभग 55 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. खास बात यह है । नए खरीफ प्याज की नियमित आपूर्ति दिसंबर के दूसरे हिस्से में बढ़ने की उम्मीद है. इसके विपरीत, मार्च-अप्रैल में कटी गर्मियों के प्याज सोमवार को लसलगांव में औसतन सिर्फ 1,100 रुपये प्रति क्विंटल में बिका रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, APMC अधिकारी ने कहा कि थोक कीमत तेजी से बढ़ने का मुख्य कारण बाजार में उपलब्ध प्याज की तुलना में मांग का अधिक होना है। निर्यात के लिए बढ़ी हुई मांग, कुछ कंपनियों द्वारा बीज बनाने के लिए प्याज खरीदना और सीमित आपूर्ति मिलकर कीमत बढ़ने का कारण बने हैं. व्यापारियों के अनुसार, अभी हार्वेस्टिंग शुरू ही हुई है, इसलिए आपूर्ति कम है और दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।
हालांकि, नए खरीफ प्याज की नियमित आपूर्ति दिसंबर के दूसरे हिस्से में बढ़ने की उम्मीद है. इसके विपरीत, मार्च-अप्रैल में कटी गर्मियों के प्याज सोमवार को लसलगांव में औसतन सिर्फ 1,100 रुपये प्रति क्विंटल में बिका. एक व्यापारी ने कहा कि गर्मियों की प्याज की न्यूनतम और अधिकतम थोक कीमत क्रमशः 300 रुपये और 1,701 रुपये प्रति क्विंटल रही।
राजस्थान में प्याज किसानों को हो रहा नुकसान
वहीं, राजस्थान के अलवर में प्याज किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. यहां पर कीमतें अभी की बहुत कम हैं. ऐसे में किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं. अलवर जिले में लाल प्याज की कीमत इस बार बहुत कम होने के कारण किसान भारी नुकसान झेल रहे हैं. पिछले साल इस समय प्याज के भाव 2,200 रुपये प्रति 40 किलो थे
