झारखंड की राजनीति एक बार फिर चर्चा में है। राज्य में इन दिनों यह सवाल तेजी से उभर रहा है कि क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी राजनीतिक दिशा बदल सकते हैं? सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में फैल रहीं इन अटकलों के बीच बुधवार को कांग्रेस द्वारा दिया गया एक बड़ा बयान पूरे घटनाक्रम का केंद्र बन गया। कांग्रेस ने न केवल इन अफवाहों को सिरे से खारिज किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि झारखंड में गठबंधन पूरी तरह मजबूत है और किसी भी तरह की दरार की गुंजाइश नहीं है।
यह झारखंड के प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है। दक्षिणपंथी ट्रोल नेटवर्क द्वारा फैलाई जा रही अफवाह उनकी बढ़ती हताशा का संकेत है। हम इस तरह की घटिया ट्रोलिंग से प्रभावित नहीं होते हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)
कांग्रेस का दृढ़ बयान: “गठबंधन अखंड और मजबूत”
बता दे कि, कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट साझा करते हुए उन सभी अटकलों को गलत बताया जिनमें कहा जा रहा था कि झामुमो (JMM) और कांग्रेस के बीच मतभेद बढ़ रहे हैं या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन किसी अन्य राजनीतिक खेमे का रुख कर सकते हैं।
जानकारी दे दें कि, झारखंड में पिछले कुछ सप्ताहों से यह चर्चा बढ़ी कि मौजूदा राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना है। कुछ राजनीतिक विरोधियों और सोशल मीडिया समूहों ने यह दावा करना शुरू कर दिया कि हेमंत सोरेन बीजेपी या किसी अन्य राजनीतिक धड़े की ओर झुक सकते हैं। चूँकि राज्य में कई बार राजनीतिक घटनाक्रम अप्रत्याशित मोड़ लेते रहे हैं, इसलिए इन खबरों को लोगों ने जल्दी स्वीकार भी किया।
