कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे पर मौसम ने बड़ा रोड़ा अटकाया। शनिवार सुबह कोलकाता पहुंचने के बाद पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर नादिया जिले के ताहेरपुर हेलीपैड पर उतरने में असफल रहा। घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण पायलट ने सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए हेलीकॉप्टर को वापस कोलकाता एयरपोर्ट पर लौटा लिया। इस घटना से पीएम के निर्धारित कार्यक्रम में देरी हुई,
इसके अलावा, पीएम मोदी बीजेपी की ‘परिवर्तन संकल्प सभा’ को संबोधित करने वाले थे। यह रैली नादिया और उत्तर 24 परगना जिलों में रहने वाले मातुआ समुदाय को ध्यान में रखकर आयोजित की गई थी। ये जिले बांग्लादेश सीमा से सटे हैं और यहां मातुआ समुदाय की बड़ी आबादी है। हाल ही में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) प्रक्रिया के तहत मतदाता सूची के ड्राफ्ट रोल प्रकाशित होने के बाद इस समुदाय में कुछ असंतोष है।
मौसम की यह बाधा दिसंबर के अंत में पूर्वी भारत में आम है। घना कोहरा न केवल हवाई यातायात बल्कि सड़क यातायात को भी प्रभावित करता है। विमानन सुरक्षा के कड़े नियमों के तहत वीवीआईपी मूवमेंट में किसी तरह का जोखिम नहीं लिया जाता। पायलट का फैसला पूरी तरह तकनीकी और सुरक्षा आधारित था। इससे पहले भी कई मौकों पर मौसम के कारण पीएम के कार्यक्रम प्रभावित हुए हैं, लेकिन सुरक्षा हमेशा सर्वोपरि रही है।
अब नजर इस पर है कि मौसम कब सुधरेगा और पीएम मोदी अपना पूरा कार्यक्रम कैसे पूरा करेंगे। यदि सड़क मार्ग से यात्रा होती है तो इसमें समय लगेगा, लेकिन विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और जनता से संवाद किसी भी रूप में होगा। यह दौरा बंगाल की राजनीति में नई हलचल लाएगा और आने वाले चुनावों की दिशा को प्रभावित करेगा।
