बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी अपने चरम पर है और राजनीतिक दलों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इसी कड़ी में जनता दल (यूनाइटेड) ने गुरुवार को अपनी दूसरी उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस लिस्ट के साथ जेडीयू ने अपने सभी 101 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, जिससे पार्टी की पूरी चुनाव रणनीति स्पष्ट हो गई है।
चुनाव प्रचार और रणनीति:
लिस्ट जारी होने के बाद अब पार्टी पूरी तरह प्रचार और जमीनी रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों के दौरे, जनता से संवाद और पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। पार्टी की कोशिश है कि हर सीट पर उम्मीदवार मजबूत और प्रभावशाली नजर आए।
बता दें कि, जेडीयू की इस दूसरी लिस्ट में कुल 44 उम्मीदवारों के नाम शामिल किए गए हैं। पार्टी ने पहली लिस्ट में 57 नाम घोषित किए थे और अब इन 44 नामों के साथ जेडीयू ने अपने 101 उम्मीदवारों की पूरी सूची जारी कर दी है। दूसरी लिस्ट में चार मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट मिलना बताता है कि नीतीश कुमार का फोकस इस बार सामाजिक समीकरण को साधने पर है। लिस्ट जारी होने के बाद अब पार्टी पूरी तरह से प्रचार और जमीनी रणनीति पर फोकस कर रही है।
सीट शेयरिंग और गठबंधन का असर:
जेडीयू और एनडीए गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का फाइनल फैसला भी चुनावी रणनीति को प्रभावित करेगा। पार्टी ने अपने पुराने और विश्वसनीय नेताओं के साथ-साथ नए और युवा उम्मीदवारों को मौका देकर संतुलन बनाने की कोशिश की है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस लिस्ट से जेडीयू का लक्ष्य गठबंधन को मजबूत करना और विपक्षी दलों पर दबाव बनाना है।
