पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान की शुरुआत सोमवार सुबह 7 बजे के साथ ही हो गई। राज्य भर में मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महापर्व में भागीदारी दिखानी शुरू कर दी है। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, सुबह 9 बजे तक लगभग 13 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। शुरुआती घंटों में जहां कुछ जगहों पर मतदाता केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं, वहीं कई शहरी इलाकों में अब भी मतदान की रफ्तार धीमी बनी हुई है।
बिहार में आज चुनाव हैं। सुबह 9 बजे तक 13 प्रतिशत मतदान हुआ। बेगूसराय और मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई, जबकि पटना में सबसे कम मतदान दर्ज किया गया। चुनाव आयोग ने मतदाताओं से बढ़-चढ़कर मतदान करने की अपील की है।मुजफ्फरपुर में भी मतदाता सुबह-सुबह अपने-अपने बूथों पर पहुंचने लगे थे। यहां भी मतदान की गति तेज रही और लगभग 17.5% वोटिंग दर्ज की गई। ग्रामीण इलाकों में महिलाओं और युवा मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जो चुनावी उत्साह का संकेत है।
राजधानी पटना में हालांकि मतदान की गति धीमी रही। सुबह 9 बजे तक यहां केवल 8.5% मतदान हुआ। विशेषज्ञों के अनुसार, शहरी मतदाताओं की सुस्ती, ट्रैफिक और कार्यदिवस होने की वजह से शुरुआती घंटों में मतदान प्रतिशत कम रहा। हालांकि, चुनाव आयोग को उम्मीद है कि दोपहर के बाद वोटिंग में तेजी आएगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पहले चरण के मतदान के लिए राज्य भर में लगभग 35,000 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग ने विशेष सतर्कता बरती है। अर्धसैनिक बलों और बिहार पुलिस की संयुक्त टीमों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) एचआर श्रीनिवास ने बताया कि “सभी जिलों में सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा गया है। किसी भी गड़बड़ी या हिंसा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”
मतदान के पहले चरण में 49 सीटों पर वोटिंग
बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटों में से पहले चरण में 49 सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण में 12 जिलों के मतदाता अपने प्रतिनिधि चुन रहे हैं। इन सीटों पर लगभग 94 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
मुख्य मुकाबला एनडीए (NDA) और महागठबंधन (RJD-कांग्रेस गठबंधन) के बीच है। इस चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू (JDU) और बीजेपी (BJP) के उम्मीदवारों के साथ-साथ राजद (RJD), कांग्रेस (INC), और वाम दलों के प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।
महिला और युवा मतदाताओं की भूमिका अहम
पहले चरण की वोटिंग में महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही। कई बूथों पर महिलाएं पुरुषों से पहले कतारों में दिखीं। गांवों में ‘पहले मतदान, फिर जलपान’ का नारा जोर पकड़ रहा है।
चुनाव आयोग ने बताया कि महिला मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है ताकि महिलाओं को सुरक्षित और सहज माहौल मिल सके।
साथ ही, 18-25 वर्ष आयु वर्ग के युवा मतदाताओं में भी इस बार विशेष उत्साह देखा गया है। कई कॉलेजों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाए जाने से मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
