Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राज्य की सियासत का पारा तेजी से चढ़ता जा रहा है। इस बार राजनीतिक हलचल केवल पार्टियों के बीच ही नहीं, बल्कि एक ही परिवार के भीतर भी देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे — तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव — के बीच खुला टकराव अब किसी से छिपा नहीं है।
“अगर जनता चाहेगी, तो अगला मुख्यमंत्री महुआ से होगा”
तेज प्रताप यादव ने महुआ की जनता के सामने एक बड़ा ऐलान भी कर दिया। उन्होंने कहा,
“महुआ की जनता का सौभाग्य होगा कि अगला मुख्यमंत्री महुआ से होगा।”
उनके इस कथन को राजनीतिक हलकों में सीएम पद की दावेदारी के रूप में देखा जा रहा है। तेज प्रताप इससे पहले भी कई बार यह संकेत दे चुके हैं कि वे सक्रिय नेतृत्व की भूमिका चाहते हैं। हालांकि, पार्टी के भीतर फिलहाल तेजस्वी यादव को ही आरजेडी का चेहरा और मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है।
भाइयों के बीच रिश्ते में आई ठंडक
लालू यादव के दोनों बेटों के बीच मतभेद कोई नई बात नहीं है। 2017 में जब तेजस्वी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था, तब भी तेज प्रताप ने कई मौकों पर अपनी नाराजगी जाहिर की थी। हालांकि लालू यादव हमेशा दोनों बेटों को एकजुट रखने की कोशिश करते रहे हैं।
चुनावी माहौल में इस तरह का खुला बयान न केवल पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है, बल्कि समर्थकों में भी भ्रम की स्थिति बन गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी फिलहाल इस विवाद पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया देने से बच रहे हैं। उन्होंने अपने भाषणों में केवल जनता और विकास की बात की है, जबकि तेज प्रताप लगातार संगठनात्मक मुद्दों पर बोल रहे हैं।
