बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राज्य की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। महागठबंधन की ओर से आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही पोस्टर पॉलिटिक्स ने नया विवाद खड़ा कर दिया है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर में सिर्फ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव की तस्वीर दिखाई दी, जबकि कांग्रेस और उसके शीर्ष नेताओं — राहुल गांधी और अशोक गहलोत — की तस्वीरें गायब थीं। इस पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि “कांग्रेस का सम्मान चोरी हो गया है”।
BJP के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस मुद्दे पर X पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस? लेकिन केवल एक तस्वीर। राहुल गांधी और कांग्रेस का ‘सम्मान चोरी’। कांग्रेस और राहुल को उनकी जगह दिखा दी?” पूनावाला ने ‘सम्मान चोरी’ का जिक्र कर राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ अभियान पर तंज कसा है। राहुल ने चुनाव आयोग पर BJP के साथ मिलकर चुनावी अनियमितताओं का आरोप लगाया था।
पोस्टर में सिर्फ तेजस्वी यादव की तस्वीर
पटना में आयोजित होने वाली इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर में तेजस्वी यादव को प्रमुखता दी गई है। पोस्टर पर बड़े अक्षरों में “महागठबंधन संगठित, बिहार तैयार” लिखा गया है, लेकिन कांग्रेस या उसके किसी नेता की तस्वीर नहीं है। यह वही महागठबंधन है जिसमें RJD, कांग्रेस, वाम दल और कुछ छोटे क्षेत्रीय दल शामिल हैं।
BJP प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इस घटनाक्रम पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस? लेकिन पोस्टर पर सिर्फ एक ही चेहरा! राहुल गांधी और कांग्रेस का सम्मान चोरी हो गया है। क्या तेजस्वी ने कांग्रेस को उसकी औकात दिखा दी है?”
उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस जिस पार्टी के साथ गठबंधन कर रही है, वही अब उसके नेतृत्व पर सवाल उठा रही है। पूनावाला ने राहुल गांधी के हालिया “वोट चोरी” अभियान पर भी व्यंग्य करते हुए कहा कि “अब कांग्रेस को सम्मान चोरी” की चिंता करनी चाहिए।
राहुल गांधी की तस्वीर गायब — कांग्रेस में असहजता
पोस्टर से राहुल गांधी की तस्वीर का गायब होना कांग्रेस खेमे में असहजता का कारण बन गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि महागठबंधन एक सामूहिक प्रयास है, और किसी एक नेता को आगे रखकर पूरे गठबंधन का चेहरा पेश करना सही नहीं है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“हम बिहार में गठबंधन के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन यह जरूरी है कि हर पार्टी को समान सम्मान मिले। पोस्टर में केवल एक ही चेहरा दिखाना गठबंधन की भावना के खिलाफ है।”
सीट शेयरिंग पर पहले से ही तनाव
RJD और कांग्रेस के बीच सीट-बंटवारे को लेकर पहले से ही मतभेद चल रहे हैं। पिछले हफ्ते कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पटना पहुंचे थे ताकि बातचीत को अंतिम रूप दिया जा सके। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस को जितनी सीटों की उम्मीद थी, RJD उतनी देने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में यह पोस्टर विवाद कांग्रेस की नाराजगी को और बढ़ा सकता है।
तेजस्वी यादव की रणनीति
RJD के करीबी सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी यादव की टीम इस बार “एकजुट नेतृत्व” का संदेश देना चाहती है। RJD के मीडिया प्रभारी ने कहा,
“तेजस्वी यादव महागठबंधन के सबसे बड़े और लोकप्रिय नेता हैं। यह कोई व्यक्तिगत पोस्टर नहीं, बल्कि जनता तक पहुंचाने का माध्यम है कि बिहार में कौन नेतृत्व करेगा।”
मीडिया प्रभारी का कहना है कि, कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के साथ कोई मतभेद नहीं है, और यह मुद्दा “अनावश्यक रूप से राजनीतिक रंग” दिया जा रहा है।
