नई दिल्ली इन दिनों राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी है। बढ़ते तापमान से लोगों का हाल बेहाल है। ऐसे में लोग बेसर्बी से मानसून का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग ने इसे लेकर नया अपडेट जारी किया है। हैं…IMD के अनुसार, मानसून आमतौर पर 1 जून को केरल के तट पर पहुंचता है। लेकिन 2025 में इसकी शुरुआत 24 मई को ही हो गई, जो इसे पिछले 16 वर्षों में सबसे जल्दी आने वाला मानसून बनाती है। इससे पहले केवल दो बार—2001 और 2009 में—मानसून 23 मई को पहुंचा था।
देशभर में वर्षा का अलर्ट
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून के जल्द आगमन के चलते दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, मेघालय, ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, सिक्किम, मणिपुर और नागालैंड सहित 15 राज्यों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना है।MD ने इन राज्यों के लिए ‘येलो’ और ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है, जिससे संबंधित राज्यों की प्रशासनिक इकाइयों को सतर्क रहने और आवश्यक तैयारियां करने की सलाह दी गई है।
बता दें कि, मानसून का जल्दी आना भारत के कृषि आधारित क्षेत्रों के लिए शुभ संकेत है। गेहूं, धान, दालों और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई समय पर हो पाएगी, जिससे उत्पादन बेहतर होने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मानसून इसी तरह सामान्य और नियमित बना रहा तो यह खाद्य सुरक्षा और कृषि विकास के लिए सकारात्मक परिणाम देगा। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनिल कुमार के अनुसार, “मानसून का जल्दी आना किसानों के लिए एक अवसर है, लेकिन बारिश की तीव्रता और निरंतरता पर भी नजर रखना आवश्यक है।”