मुंबई: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। सोमवार देर रात उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उन्हें कुछ दिनों पहले सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा था, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
धर्मेंद्र अक्सर अस्पताल में रेगुलर मेडिकल टेस्ट करवाते आते थे और इसी वजह से वो अस्पताल में ठहरे हुए थे। इस उम्र में उन्हें रोजाना अस्पताल आने-जाने में थकान हो सकती है। इसी वजह से उन्हें अस्पताल में रहकर सभी टेस्ट एक साथ करवाने का फैसला किया था। इसी बीच उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उन्हें वेंटीलेटर पर रखना पड़ा।
आखिरी दिनों में बिगड़ती रही तबीयत
सूत्रों के मुताबिक, धर्मेंद्र पिछले कुछ हफ्तों से अस्पताल में ही भर्ती थे। यह कहा जा रहा है कि उन्होंने सभी नियमित स्वास्थ्य जांच (रूटीन हेल्थ चेकअप) एक साथ करवाने के लिए अस्पताल में रहना पसंद किया था ताकि बार-बार अस्पताल आने-जाने की परेशानी न हो।
लेकिन इसी दौरान उन्हें अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई। डॉक्टरों ने पाया कि उनका ऑक्सीजन लेवल गिर रहा है और ब्लड प्रेशर भी अस्थिर है। उन्हें तुरंत इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में शिफ्ट किया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें करीब से मॉनिटर किया।
चिकित्सकों के अनुसार, धर्मेंद्र की उम्र के कारण हार्ट और लंग्स (फेफड़े) पर असर पड़ा था। वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि इस उम्र में रोग-प्रतिरोधक क्षमता (immunity) कमजोर हो जाती है, जिससे मामूली संक्रमण भी गंभीर रूप ले सकता है।
परिवार और फिल्म जगत में शोक की लहर
धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके बेटे सनी देओल और बॉबी देओल अस्पताल पहुंचे। दोनों ने मीडिया से किसी भी प्रकार की बातचीत से इनकार किया और निजी शोक में डूबे रहे। परिवार के सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम मुंबई में किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और कई फिल्मी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है।
अमिताभ बच्चन ने लिखा — “सिनेमा का एक युग आज समाप्त हो गया। धर्मेंद्र जी सिर्फ अभिनेता नहीं, एक इंसानियत की मिसाल थे।”
अजय देवगन, सलमान खान, शाहरुख खान और हेमा मालिनी ने भी भावुक संदेश साझा किए हैं।
बता दें कि, धर्मेंद्र का निधन सिर्फ एक अभिनेता की मृत्यु नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के सुनहरे दौर के अंत का प्रतीक है।सांस की बीमारी ने एक और महान कलाकार को हमसे छीन लिया, लेकिन उनके संवाद, उनकी मुस्कान और उनका करिश्मा हमेशा अमर रहेगा। फिल्मों में निभाए उनके किरदार पीढ़ियों तक प्रेरणा देंगे, और यह याद दिलाते रहेंगे कि “ही-मैन” सिर्फ शरीर से नहीं, दिल से भी मजबूत होता है।
