पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से अपने विवादास्पद बयानों के कारण सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने यूरोप में बढ़ते अप्रवासन को लेकर गहरी चिंता जताई है और यूरोपीय देशों को इसे रोकने की सख्त चेतावनी दी है। ट्रंप ने अप्रवास को “भयानक आक्रमण” की संज्ञा देते हुए दावा किया कि अगर यह सिलसिला नहीं रुका तो “यूरोप खत्म हो जाएगा।”
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूरोप की यात्रा पर हैं। स्कॉटलैंड में उतरने के बाद ट्रंप जल्द ही यूके के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन से मुलाकात करेंगे।
यूरोप में बढ़ती अप्रवासी आबादी
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 तक यूरोप में लगभग 87 मिलियन (8 करोड़ 70 लाख) अंतरराष्ट्रीय प्रवासी रह रहे थे। यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि यूरोप किस तरह एक वैश्विक प्रवासन हब बन चुका है। शरणार्थियों की आमद खासकर युद्धग्रस्त देशों जैसे सीरिया, अफगानिस्तान, सूडान और इराक से हो रही है।
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान केवल यूरोपीय आप्रवासन नीति पर सवाल नहीं उठाता, बल्कि यह वैश्विक राजनीतिक विमर्श को और अधिक ध्रुवीकृत कर सकता है। जहां एक ओर प्रवासन को मानवीय ज़रूरत के तौर पर देखा जाना चाहिए, वहीं इसे “आक्रमण” की संज्ञा देकर समाज में खाई गहरी करने की आशंका जताई जा रही है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि यूरोपीय नेता ट्रंप की इस चेतावनी का जवाब किस तरह देते हैं।