भारत सरकार ने किसानों के हित में एक बड़ा कदम उठाते हुए 22 सितंबर 2025 से GST 2.0 लागू कर दिया है। इस नई व्यवस्था के तहत कृषि मशीनरी पर वस्तु एवं सेवा कर (GST) की दरों को घटाकर 12 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इसका सीधा असर किसानों की जेब पर पड़ेगा क्योंकि अब 75 हॉर्सपावर (HP) का ट्रैक्टर करीब ₹63,000 तक सस्ता मिलेगा। इतना ही नहीं, हार्वेस्टर, धान रोपाई मशीन, थ्रेशर, पावर टिलर और अन्य कृषि उपकरणों की कीमतों में भी बड़ी कमी आएगी।
GST दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया गया है, जिससे न केवल ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और धान रोपाई मशीन जैसी बड़ी कृषि मशीनें सस्ती होंगी, बल्कि पावर टिलर, थ्रेशर, मल्टीक्रॉप थ्रेशर, बीज और उर्वरक ड्रिल जैसे छोटे उपकरण भी किफायती होंगे। इससे खेती में मशीनों का इस्तेमाल बढ़ेगा, जिससे उत्पादन क्षमता और किसानों की आय में सुधार होगा।
इस कटौती से न केवल नई मशीनें खरीदना आसान होगा, बल्कि मरम्मत और रखरखाव का खर्च भी घटेगा। ट्रैक्टर पार्ट्स और टायरों पर भी कम टैक्स लगेगा, जिससे किसानों को लंबे समय में भारी फायदा होगा।
ट्रैक्टर और कृषि उपकरण होंगे सस्ते
अब तक किसानों को ट्रैक्टर और कृषि उपकरण खरीदने में भारी-भरकम टैक्स देना पड़ता था। 12% GST की वजह से ट्रैक्टर और अन्य मशीनें महंगी पड़ती थीं। लेकिन GST दर घटाकर 5% करने से इनकी कीमतों में 7 से 13 प्रतिशत तक की कमी आई है। उदाहरण के लिए –
- 75 HP का ट्रैक्टर पहले जहां ₹12 लाख तक आता था, अब उसकी कीमत लगभग ₹11.37 लाख रह जाएगी।
- इसी तरह छोटे और मध्यम किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पावर टिलर, बीज ड्रिल, मल्टीक्रॉप थ्रेशर और धान रोपाई मशीनें भी हजारों रुपये तक सस्ती होंगी।
बता दें कि, GST 2.0 की शुरुआत किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा है। ट्रैक्टर और कृषि मशीनरी सस्ती होने से किसानों का बोझ घटेगा, खेती की लागत कम होगी और उत्पादन में इजाफा होगा। इसका असर सीधे तौर पर किसानों की आय और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। यह कदम आत्मनिर्भर भारत और आधुनिक खेती की दिशा में एक मजबूत पहल है।