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क्या नवंबर से ही पड़ने लगेगी कड़ाके की ठंड? मौसम विभाग ने बताया असली हाल

नई दिल्ली – अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में ही देश के कई हिस्सों में हल्की ठंड महसूस होने लगी है। सोशल मीडिया और कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा था कि इस बार नवंबर से ही “कड़ाके की ठंड” शुरू हो जाएगी और तापमान में भारी गिरावट देखने को मिलेगी। लेकिन भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन सभी दावों को अफवाह करार दिया है।

IMD ने कहा — इस बार सर्दी सामान्य रहेगी

डॉ. मोहापात्रा ने मीडिया को बताया कि अक्टूबर में देश के कई हिस्सों में असामान्य बारिश और बादल छाए रहने के कारण तापमान में हल्की गिरावट जरूर दर्ज की गई, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि नवंबर से ही “कड़ाके की ठंड” पड़ेगी।

उनके मुताबिक,

“अक्टूबर में दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में देरी और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण कई जगह बारिश हुई। अब नवंबर में मौसम सामान्य रूप से ठंडा होगा, लेकिन कोई असाधारण ठंड की स्थिति नहीं बनेगी।”

IMD के अनुसार, देश के उत्तरी और मध्य भारत में नवंबर के दूसरे सप्ताह से तापमान में गिरावट शुरू होगी, जो दिसंबर से महसूस होने वाली ठंड की दिशा में सामान्य बदलाव है।

अक्टूबर में रिकॉर्ड बारिश का असर

इस साल अक्टूबर में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई।

  • दिल्ली में औसत से 230% अधिक बारिश हुई।
  • यूपी और बिहार में मानसून की वापसी में देरी हुई।
  • दक्षिण भारत के हिस्सों में भी बादलों ने सूरज की तपिश को कम रखा।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इन कारणों से दिन का तापमान सामान्य से 2–3 डिग्री तक नीचे गया, लेकिन यह “सर्दी की शुरुआत” नहीं, बल्कि “पोस्ट-मॉनसून कूलिंग” का असर है।

पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह संदेश वायरल हो रहा था कि इस साल नवंबर से ही तापमान 5°C तक गिर जाएगा और रिकॉर्ड ठंड पड़ेगी। कुछ मौसम ब्लॉग्स ने भी “La Niña” प्रभाव का हवाला देते हुए कड़ी सर्दी की भविष्यवाणी की थी।

हालांकि IMD ने इन दावों को खारिज किया है। विभाग ने कहा कि La Niña की स्थिति धीरे-धीरे समाप्त हो रही है, और वर्तमान पैटर्न से सामान्य सर्दियों के संकेत मिल रहे हैं।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, सोशल मीडिया पर बिना सत्यापन के पोस्ट और वीडियो वायरल हो जाने से ऐसी अफवाहें फैल जाती हैं।

IMD ने लोगों से की यह अपील

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे केवल आधिकारिक स्रोतों जैसे कि IMD की वेबसाइट, ऐप या प्रेस रिलीज़ पर ही भरोसा करें। अफवाहों और गैर-आधिकारिक पूर्वानुमानों से भ्रम फैलता है, जिससे अनावश्यक चिंता बढ़ती है।

डॉ. मोहापात्रा ने कहा,

“हमारा उद्देश्य लोगों को सही और वैज्ञानिक जानकारी देना है। मौसम के अनुमान तकनीकी मॉडल पर आधारित होते हैं, न कि सोशल मीडिया की चर्चाओं पर।”

ठंड के मौसम में किन बातों का रखें ध्यान

हालांकि इस साल सर्दी सामान्य रहने की संभावना है, लेकिन मौसम विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है:

  • अचानक तापमान में गिरावट के दौरान बुजुर्गों और बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखें।
  • कोहरे के दिनों में वाहन धीमी गति से चलाएं और हेडलाइट्स ऑन रखें।
  • रात के समय हीटर या अंगीठी का उपयोग करते समय वेंटिलेशन बनाए रखें।
  • मौसमी संक्रमण (सर्दी-खांसी, फ्लू) से बचने के लिए विटामिन सी युक्त आहार लें।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा अपडेट से साफ है कि नवंबर से “कड़ाके की ठंड” पड़ने की अफवाहें बेबुनियाद हैं।
देश में सर्दी की शुरुआत अपने सामान्य समय पर होगी और दिसंबर-जनवरी में ही ठंड का असली असर महसूस होगा।

लोगों को सलाह दी गई है कि वे अफवाहों से दूर रहें और ठंड से बचाव के सामान्य उपाय अपनाते रहें। इस साल की सर्दी न तो रिकॉर्ड तोड़ होगी और न ही असामान्य रूप से गर्म — बल्कि मौसम सामान्य रहेगा।

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