नई दिल्ली भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन रोमांच अपने चरम पर है। मुकाबले में भारतीय टीम मजबूत स्थिति में है, लेकिन कैरेबियाई ओपनर जॉन कैम्पबेल ने अपनी शानदार शतकीय पारी से 23 साल का इंतजार खत्म कर दिया है। भारत की सरजमीं पर यह किसी वेस्टइंडीज बल्लेबाज का 2002 के बाद पहला शतक है। कैम्पबेल ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ शानदार संयम और आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी करते हुए अपना पहला शतक पूरा किया।
भारतीय टीम के कप्तान शुभमन गिल ने दूसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। पहले बैटिंग करते हुए टीम इंडिया के ओपनर यशस्वी जायसवाल के 175 रन और कप्तान के नाबाद 129 रन की बदौलत भारत ने पारी 5 विकेट पर 518 रन बनाकर घोषित की।
इसके जवाब में वेस्टइंडीज (IND vs WI 2nd Test Day 4) की टीम पहली पारी 248 रन पर सिमट गई। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने पांच विकेट लिए। इस तरह भारत ने पहली पारी में 270 रन की बढ़त लेने के बाद वेस्टइंडीज को फॉलोऑन दिया।
इस टेस्ट मैच में भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की शुरुआत शानदार रही, जब युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल ने एक बार फिर अपने लाजवाब फॉर्म को जारी रखते हुए 175 रन की शानदार पारी खेली। जायसवाल ने अपनी पारी में 20 चौके और 2 छक्के लगाए और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया।
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी – कैम्पबेल की शतकीय पारी
फॉलोऑन झेलने के बाद वेस्टइंडीज की टीम ने दूसरी पारी में बेहतर प्रदर्शन किया। तीसरे दिन के खेल के अंत तक कैरेबियाई टीम ने 2 विकेट पर 173 रन बना लिए थे। शाई होप (66 रन) और जॉन कैम्पबेल (87 रन) क्रीज पर डटे हुए थे।
चौथे दिन कैम्पबेल ने अपनी शानदार पारी को जारी रखा और सुबह के सत्र में शतक पूरा किया। उन्होंने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए 100 रन पूरे किए। उनका यह शतक 23 साल बाद भारत की धरती पर किसी वेस्टइंडीज बल्लेबाज का पहला शतक बना। इससे पहले 2002 में ब्रायन लारा ने भारत में शतक जड़ा था।
भारत की रणनीति – जल्दी समेटने की कोशिश
भारत के गेंदबाजों की नजर अब बाकी बचे विकेटों पर है। कप्तान शुभमन गिल ने बुमराह, सिराज और कुलदीप को लगातार गेंदबाजी पर लगाया है ताकि भारत जल्द से जल्द वेस्टइंडीज की पारी को समेट सके और जीत सुनिश्चित करे।
मैच की स्थिति फिलहाल भारत के पक्ष में है, लेकिन कैम्पबेल की पारी ने मुकाबले में नई जान डाल दी है। अगर वेस्टइंडीज के मध्यक्रम बल्लेबाज थोड़ी देर टिक जाते हैं, तो भारत को जीत के लिए थोड़ा और संघर्ष करना पड़ सकता है।
बता दें कि, भारत इस टेस्ट में जीत के बेहद करीब है, लेकिन वेस्टइंडीज की ओर से जॉन कैम्पबेल की यह पारी यादगार बन गई है। अगर भारतीय गेंदबाज अगला सेशन प्रभावी ढंग से निकाल लेते हैं, तो मैच भारत की झोली में जा सकता है। वहीं, कैरेबियाई टीम की कोशिश होगी कि वह मैच को पांचवें दिन तक खींचे और हार से बचे।