भारत में आम सिर्फ एक फल नहीं है, यह एक संस्कृति, स्वाद और परंपरा का प्रतीक बन चुका है। आम को फलों का राजा यूं ही नहीं कहा जाता। इसका स्वाद, सुगंध, और विविधता भारत के मौसम, मिट्टी और मेहनतकश किसानों की अनूठी देन है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत ने एक बार फिर दुनिया में आम उत्पादन के क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखा है।
हर साल भारत में करीब 2.5 करोड़ टन आम का उत्पादन होता है, जबकि दूसरे नंबर पर आने वाला देश इंडोनेशिया महज 36 लाख टन आम पैदा करता है। इसके बाद चीन (33 लाख टन), थाईलैंड, मेक्सिको और पाकिस्तान का नंबर आता है।
भारत: दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश
नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड (NHB) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश है। भारत वैश्विक आम उत्पादन का लगभग 45 प्रतिशत हिस्सा अकेले उत्पादित करता है। हर साल देश में औसतन 2.5 करोड़ टन आम का उत्पादन होता है। इसके मुकाबले दूसरे नंबर पर मौजूद इंडोनेशिया का उत्पादन मात्र 36 लाख टन है।
भारत में आम केवल एक फल नहीं, बल्कि भावनाओं, संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों की मेहनत और विविधता ने भारत को वैश्विक मंच पर शीर्ष स्थान दिलाया है। यदि खेती से जुड़ी समस्याओं का समाधान समय पर किया गया, तो भारत आम के क्षेत्र में न केवल विश्व गुरु बनेगा, बल्कि लाखों किसानों की आय में भी क्रांतिकारी बढ़ोतरी होगी।