नई दिल्ली डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइंस के हालिया संकट के बीच चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर्स (FOIs) को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई विमानन सुरक्षा मानकों और ऑपरेशनल नियमों की निगरानी में कथित लापरवाही के कारण की गई है।
इंडिगो संकट के बाद DGCA की कार्रवाई
- निलंबन: चार वरिष्ठ अधिकारी—कंसल्टेंट रिश राज चटर्जी, SFO सीमा झामनानी, कंसल्टेंट अनिल कुमार पोखरियाल, और कंसल्टेंट प्रियम कौशिक—को निलंबित किया गया। ये अधिकारी इंडिगो की सुरक्षा, क्रू उपयोगिता और रिफंड प्रक्रियाओं की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे।
- कारण: DGCA का मानना है कि इनकी लापरवाही से एयरलाइन को नए सुरक्षा नियमों (जैसे पायलट रेस्ट नॉर्म्स) का अनुपालन करने में दिक्कत हुई। एक जांच पैनल ने इसकी पुष्टि की है।
गौरतलब हैं कि, इंडिगो द्वारा अचानक उड़ानें रद्द करने के बाद लाखों यात्री प्रभावित हुए। कई यात्रियों की आगे की यात्राएं, इंटरनेशनल फ्लाइट कनेक्शंस, होटल बुकिंग्स और बिज़नेस शेड्यूल बुरी तरह बिगड़ गए। यात्रियों ने आरोप लगाया कि एयरलाइन की ओर से उनकी शिकायतों का समय पर समाधान नहीं किया जा रहा था। क्रू की कमी, तकनीकी दिक्कतें और परिचालन गड़बड़ियों को इस संकट की मुख्य वजह बताया गया।
बता दें कि, DGCA की सक्रियता और एयरलाइन की ओर से किए जा रहे सुधारों को देखते हुए उम्मीद है कि आने वाले दिनों में परिचालन स्थिति में सुधार होगा। हालांकि, यह भी तय है कि इंडिगो को फिर से यात्रियों का विश्वास हासिल करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी। DGCA की निरंतर निगरानी और सख्त कदमों से यह भी माना जा रहा है कि एयरलाइन अब किसी भी तरह की चूक से बचने की कोशिश करेगी और सुरक्षा के उच्चतम मानकों को प्राथमिकता देगी।
