नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) के एक हाई वोल्टेज मुकाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के बीच खेला गया मैच मैदान पर हुई गरमा-गरमी के चलते सुर्खियों में आ गया है। इस मुकाबले में हैदराबाद ने 6 विकेट से जीत दर्ज की, लेकिन उससे भी ज्यादा चर्चा में रहा लखनऊ के गेंदबाज दिग्वेश राठी और हैदराबाद के स्टार बल्लेबाज अभिषेक शर्मा के बीच हुआ तीखा विवाद।
मैच के दौरान जिस तरह दोनों खिलाड़ियों के बीच कहासुनी हुई, उसने खेल की मर्यादा पर सवाल खड़े कर दिए। बीसीसीआई (BCCI) ने मामले की गंभीरता को समझते हुए दोनों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है, जिसमें दिग्वेश राठी पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया है, जबकि अभिषेक शर्मा पर भी जुर्माना ठोका गया है।
घटना कैसे शुरू हुई?
यह विवाद उस समय भड़का जब SRH की ओर से बल्लेबाजी कर रहे युवा बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने तेजतर्रार अंदाज़ में पारी को आगे बढ़ाया। 206 रन का पीछा करते हुए हैदराबाद को एक ठोस शुरुआत की ज़रूरत थी और अभिषेक ने मोर्चा संभालते हुए कुछ आकर्षक शॉट्स खेले। लेकिन इसी बीच, LSG के युवा गेंदबाज दिग्वेश राठी ने अहम मौके पर उनका विकेट चटका लिया।
राठी, जो अपनी ‘नोटबुक’ सेलिब्रेशन के लिए जाने जाते हैं, ने विकेट लेने के बाद वही अंदाज़ दोहराया। यह जश्न अभिषेक शर्मा को नागवार गुज़रा और उन्होंने तुरंत गुस्से में प्रतिक्रिया दी। अभिषेक का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने राठी की ओर इशारा करते हुए अपशब्द कहे और वीडियो में यह तक कहते नजर आए कि “तेरी चोटी पकड़कर मारूंगा।”
मैदान पर अंपायरों का हस्तक्षेप
घटना के दौरान मामला इतना गरमा गया कि अंपायरों को खुद बीच में आकर हस्तक्षेप करना पड़ा। दोनों खिलाड़ियों को शांत कराने के प्रयास किए गए। हालांकि दोनों टीमों के कप्तानों और सीनियर खिलाड़ियों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने में अहम भूमिका निभाई, लेकिन BCCI इस आचरण से संतुष्ट नहीं था।
BCCI का कड़ा निर्णय
बीसीसीआई ने इस मामले में त्वरित जांच की और वीडियो फुटेज तथा अंपायर रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई की घोषणा की। BCCI ने स्पष्ट रूप से कहा कि क्रिकेट के खेल में अनुशासन और मर्यादा का पालन अत्यंत आवश्यक है और इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।
दिग्वेश राठी पर प्रतिबंध:
बीसीसीआई की आचार संहिता के अनुसार, राठी को पिछले मैचों में पहले से ही 5 डिमेरिट प्वाइंट मिल चुके थे। इस घटना के बाद उन्हें अतिरिक्त डिमेरिट प्वा
दिग्वेश राठी पर प्रतिबंध:
बीसीसीआई की आचार संहिता के अनुसार, राठी को पिछले मैचों में पहले से ही 5 डिमेरिट प्वाइंट मिल चुके थे। इस घटना के बाद उन्हें अतिरिक्त डिमेरिट प्वाइंट दिए गए, जिससे उनके कुल अंक सीमा पार कर गए और उन्हें अगला मुकाबला खेलने से निलंबित कर दिया गया।
अभिषेक शर्मा पर जुर्माना:
वहीं, अभिषेक शर्मा को आक्रामक भाषा और अनुचित आचरण के लिए दोषी पाया गया। उन पर मैच फीस का 50% जुर्माना लगाया गया है। हालांकि, उन्हें फिलहाल निलंबन से राहत मिली है, लेकिन भविष्य में ऐसे बर्ताव की पुनरावृत्ति पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
क्रिकेट विश्लेषकों और पूर्व खिलाड़ियों ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, “खिलाड़ियों को याद रखना चाहिए कि वे लाखों युवाओं के आदर्श हैं। इस प्रकार की घटनाएं खेल की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।”
वहीं, सोशल मीडिया पर भी फैंस ने इस झगड़े को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ फैंस ने राठी के जश्न को उकसाने वाला बताया, तो वहीं कईयों ने अभिषेक की प्रतिक्रिया को अनुचित ठहराया।
IPL में अनुशासन के नए मानक
BCCI की यह सख्ती इस बात का संकेत है कि IPL जैसे बड़े मंच पर किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया जाएगा। पहले भी कई खिलाड़ी आचार संहिता के उल्लंघन पर दंडित हो चुके हैं, लेकिन मैदान पर अपशब्द और शारीरिक इशारों की घटनाएं कम ही देखने को मिलती हैं।
आगे का रास्ता
लखनऊ सुपर जायंट्स को अब अगला मुकाबला बिना दिग्वेश राठी के खेलना होगा, जो टीम के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती है। दूसरी ओर, अभिषेक शर्मा को भी अपने व्यवहार को लेकर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है, क्योंकि एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी से मैदान पर संयम की अपेक्षा की जाती है।
BCCI ने साफ संकेत दे दिए हैं कि खिलाड़ी चाहे कितने भी बड़े क्यों न हों, अगर वे खेल की मर्यादा लांघेंगे तो सजा तय है।