कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 दिसंबर 2025 को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के ताहेरपुर में आयोजित ‘परिवर्तन संकल्प सभा’ को घने कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर से पहुंचने में असमर्थ रहने पर वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के चलते उनका हेलीकॉप्टर ताहेरपुर हेलीपैड पर लैंड नहीं कर सका और कोलकाता एयरपोर्ट लौट आया।
बिहार चुनाव नतीजों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “बिहार की जनता ने विकास के लिए एनडीए को भारी जनादेश दिया है। बिहार ने जंगलराज को एक स्वर में नकार दिया है। जैसे गंगा बिहार से बहकर बंगाल पहुंचती है, वैसे ही बिहार ने बंगाल में भाजपा की जीत का रास्ता दिखाया है। बिहार के नतीजों ने बंगाल में भाजपा की जीत के दरवाजे खोल दिए हैं। अब बंगाल को भी महा जंगलराज से मुक्ति मिलनी चाहिए।
ममता बनर्जी की सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए पीएम ने कहा, “टीएमसी मुझे और भाजपा को जितना चाहे विरोध करे, लेकिन बंगाल का विकास क्यों रोका जा रहा है? घुसपैठियों को टीएमसी का संरक्षण मिल रहा है। वे ‘गो बैक मोदी’ के नारे लगाते हैं, लेकिन ‘गो बैक घुसपैठिए’ क्यों नहीं कहते?” उन्होंने विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) का विरोध करने को घुसपैठियों को बचाने की कोशिश बताया।
बता दें कि, पीएम मोदी का यह संबोधन बंगाल में भाजपा के मिशन 2026 के लिए शंखनाद माना जा रहा है। बिहार की जीत से उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा आई है और पार्टी राज्य में डबल इंजन सरकार बनाने का दावा कर रही है। दूसरी ओर, टीएमसी ने पीएम के बयानों को राजनीतिक आरोप बताया और कहा कि मोदी बंगाल की सांस्कृतिक पहचान से अनजान हैं। बहरहाल, यह वर्चुअल रैली बंगाल की राजनीति में नया अध्याय खोलने वाली साबित हो रही है। (शब्द संख्या: लगभग 1050)
