कहते हैं खेती किसानी केवल जमीन जोतने का काम नहीं, बल्कि मेहनत, लगन और समझदारी से सोने की फसल उगाने का हुनर है। फरीदाबाद के फतेहपुर बिल्लौच गांव की महिला किसान पूजा ने यह बात साबित कर दी है। उन्होंने अपने खेत में ताइवानी नींबू (Taiwan Lemon) की खेती शुरू की और आज यही उनकी आजीविका का मजबूत सहारा बन गई है। इस किस्म के नींबू की खासियत यह है कि इसका छिलका बेहद पतला होता है और रस की मात्रा इतनी अधिक होती है कि लोग इसे संतरे या मौसमी समझ बैठते हैं।
नींबू की देखरेख में भी मेहनत कम नहीं लगती. बारिश से पहले पौधों में फंगस का खतरा मंडराता है. ऐसे में पूजा ऑर्गेनिक स्प्रे का इस्तेमाल करती हैं जिससे पत्तियां और फल बिल्कुल ठीक हो जाते हैं. वह बताती हैं कि दूसरी किस्म के नींबुओं का छिलका मोटा होता है लेकिन ताइवानी नींबू का छिलका इतना पतला होता है कि हाथ से आसानी से छिल जाता है. यही वजह है कि इसका स्वाद और मांग दोनों ही बाजार में ज्यादा हैं.
बतास दे कि, ताइवानी नींबू अपने स्वाद, रसदार गूदे और पतले छिलके के कारण बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। साधारण नींबू की तुलना में यह ज्यादा रसीला होता है और देखने में आकर्षक लगता है। यही वजह है कि इसकी मंडी में कीमत 30 से 40 रुपये प्रति किलो तक आसानी से मिल जाती है।
- पतला छिलका – हाथ से आसानी से छिल जाता है।
- ज्यादा रस – अन्य नींबू की तुलना में दोगुना रस।
- स्वाद और मांग अधिक – घरेलू उपयोग से लेकर जूस इंडस्ट्री तक इसकी भारी डिमांड।
वही. फरीदाबाद की किसान पूजा ने ताइवानी नींबू की खेती से यह साबित कर दिया है कि नवाचार और मेहनत से कृषि में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। एक पेड़ से 30 किलो तक उत्पादन और 6 महीने तक लगातार आमदनी—ये सभी बातें इस नींबू को किसानों के लिए वरदान बनाती हैं। आज पूजा की सफलता देशभर के किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।