पटना बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रारंभिक रुझानों ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि National Democratic Alliance (एनडीए) इस बार राज्य में सहज बहुमत हासिल कर सरकार बनाने की दिशा में अग्रसर है। रुझानों के अनुसार एनडीए को लगभग 196 सीटों पर बढ़त मिल रही है, जबकि Mahagathbandhan महज़ 39 सीटों पर ही आगे दिख रहा है। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से इस बात का प्रमाण है कि बिहार में इस बार एनडीए का “महासंग्राम” नाम की जीत की ओर अग्रसर है।
रुझानों में महागठबंधन (MGB) का बुरा हाल है। राजद-कांग्रेस-लेफ्ट-वीआईपी सिर्फ 39 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। बिहार के इन रुझानों ने साफ कर दिया है कि नीतीश कुमार और पीएम मोदी की जोड़ी सुपरहिट है। बिहार का ये महासंग्राम एनडीए के नाम हो गया है।राज्य की राजनीति में पूरे चुनाव अभियान के दौरान यह चर्चा थी कि क्या नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की जोड़ी इस अवसर पर सुपरहिट साबित होगी। अब शुरुआती रुझान इस धारणा को पुष्ट कर रहे हैं।
महागठबंधन को लगा करारी टक्कर
वहीं विपक्षी खेमे महागठबंधन के लिए यह चुनाव बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। आरजेडी-कांग्रेस-वाम दलों का संयुक्त मोर्चा उम्मीदों के मुकाबले पिछड़ता दिख रहा है। जमीनी लड़ाई में पिछड़ने के कारण इस गठबंधन को इस बार “धड़ाम” शब्द से संबोधित किया जा रहा है। हालांकि पूरी मतगणना अभी चल रही है, लेकिन आंकड़े पहले ही उनकी कमजोर स्थिति इंगित कर रहे हैं।
बता दें कि, इस चुनाव में कई दिलचस्प प्रवृत्तियाँ देखी गईं। सबसे पहले, मतदान प्रतिशत बढ़ा है, जिससे विशेष रूप से महिलाओं, युवा मतदाताओं और ओबीसी/ईबीसी वर्गों का मतदान बढ़ा। दूसरे, मतदान के पहले चरण (6 नवंबर) तथा दूसरे चरण (11 नवंबर) के आंकड़ों में भागीदारी अच्छा रही है, जिसे चुनाव आयोग ने रिकॉर्ड-तुल्य माना है तीसरे, संगठन-शक्ति, प्रचार-तकनीक और स्थानीय उम्मीदवारों की साख ने एनडीए को बढ़त दिलाई। विपक्षी गठबंधन को इन क्षेत्रों में कमजोर तबला मिला, जहाँ संगठन-नेटवर्क कमजोर पड़ता दिखाई दिया।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना में जब यह तस्वीर सामने आ रही है कि एनडीए लगभग 200 सीटों तक बढ़त बना रही है, तो यह संकेत है कि यह “महासंग्राम” बड़ी मात्रा में एनडीए के पक्ष में फैसला हुआ है। नीतीश-मोदी की जोड़ी ने इस बार राज्य की जनता से ऐसा भरोसा हासिल किया है कि परिणाम भी उसके अनुरूप दिख रहे हैं। महागठबंधन के लिए यह समय चिंतन-विचार एवं आगामी रणनीति तय करने का है।
