मलकांगिरी (ओडिशा)। ओडिशा के मलकांगिरी जिले में सोमवार सुबह भीषण हिंसा भड़क गई। एक आदिवासी महिला की नृशंस हत्या के बाद गुस्साए लोगों ने बांग्लादेशी मूल के करीब 150 मकान फूंक दिए। प्रशासन ने धारा 144 लगा दी, इंटरनेट बंद कर दिया और भारी पुलिस-बीएसएफ बल तैनात कर दिया है। अभी तक कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन पूरा इलाका दहशत में है।
दरअसल हिंसा की शुरुआत रविवार देर रात हुई जब रखलगुड़ा के पास नदी किनारे 51 साल की आदिवासी महिला लेख पडियामी का शव मिला। बताया जा रहा है कि सिर अलग था, शरीर पर चाकू के कई गहरे घाव थे। कहा ये भी जा रहा है कि ग्रामीणों ने तुरंत इसका आरोप एमवी-26 गांव के सुका रंजन मंडल पर लगा दिया। खबर ये भी है कि दोनों समुदायों के बीच सालों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। सोमवार सुबह सैकड़ों आदिवासी लाठी, तीर-कमान लेकर जुटे। देखते-देखते विवाद शुरू हुआ और फिर घरों में आग लगा दी।
रहवासियों ने बताया कि धुएं का गुबार इतना भयंकर था कि दिन में भी अंधेरा जैसा दिखाई दे रहा था। बच्चे और बुजुर्ग चीखते-चिल्लाते जंगल की ओर भागे। कुछ ही घंटों में करीब 150 मकान और घास के ढेर जलकर राख हो गए। फिलहाल जिले में अनिश्चितकाल के लिए धारा 144 लागू कर दी गई। सोमवार शाम छह बजे से मोबाइल इंटरनेट पूरी तरह बंद है। आठ प्लाटून ओडिशा पुलिस और दो प्लाटून बीएसएफ की टुकड़ियां मौके पर पहुंचीं और फ्लैग मार्च कर रही हैं।
यह इलाका पहले भी ऐसे तनावों के लिए जाना जाता रहा है। बांग्लादेशी मूल के लोग दशकों से यहां बसे हैं, लेकिन जमीन और संसाधनों को लेकर आदिवासी समुदाय के साथ सदैव विवाद की स्थिति बनी रहती है। फिलहाल जिला प्रशासन ने पूरी रिपोर्ट भुवनेश्वर भेज दी है और राज्य सरकार नजर बनाए हुए है।
