रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अपने भारत दौरे पर जल्द ही पहुंचने वाले हैं। पुतिन की यात्रा हमेशा से वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय रहती है, लेकिन इस बार भारत में उनके आगमन के साथ एक और चीज सुर्खियाँ बटोरने वाली है—उनकी शाही, तकनीकी रूप से उन्नत और दुनिया की सबसे सुरक्षित कारों में शुमार Aurus Senat। यह वही कार है, जो रूस में राष्ट्रपति के आधिकारिक वाहन के रूप में उपयोग की जाती है और इसे एक अभेद “चलते-फिरते किले” के रूप में जाना जाता है।
कितना दमदार इंजन
रूस के राष्ट्रपति के लिए बनाई जाने वाली इस गाड़ी में 4.4-लीटर की क्षमता का हाइब्रिड इंजन V8 मिलता है जो इसे 598 हॉर्स पावर और 889 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। इसके साथ नौ स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन दिया जाता है। यह कार ऑल व्हील ड्राइव भी है और यह 0-100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड को सिर्फ छह सेकेंड में पकड़ सकती है। इसकी टॉप स्पीड 249 किलोमीटर प्रति घंटा तक है।
पुतिन की सुरक्षा गाथा और Aurus Senat की भूमिका
रूस अपने राष्ट्रपति की सुरक्षा को लेकर हमेशा से बेहद सतर्क रहा है। यह कार रूस के “Kortezh Project” का हिस्सा है, जिसके तहत उच्चस्तरीय सुरक्षा वाले वाहनों की एक श्रृंखला तैयार की गई है।
पुतिन अक्सर विदेशी दौरों में इसी Aurus Senat से ही सफर करते हैं। एक मजबूत संदेश देने के लिए भी रूस अपने राष्ट्रपति के साथ इस कार को भेजता है—कि वे हर परिस्थितियों में सुरक्षित रहेंगे और अपनी तकनीक पर भरोसा करते हैं।
भारत दौरे में भी पुतिन इसी कार का उपयोग करेंगे। यह न सिर्फ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि भारत-रूस संबंधों की गंभीरता और अहमियत को भी दर्शाएगी।
बता दें कि, भारत के लिए पुतिन की यात्रा हमेशा रणनीतिक, राजनीतिक और आर्थिक रूप से अहम होती है। ऐसे में उनका आधिकारिक वाहन भारत आना न सिर्फ प्रोटोकॉल का हिस्सा है, बल्कि यह दोनों देशों की गहरी मित्रता और विश्वास का भी प्रतीक है। इसके अलावा, कार प्रेमियों और सुरक्षा विशेषज्ञों के लिए Aurus Senat एक तकनीकी चमत्कार से कम नहीं है, जो भारत में चर्चा का बड़ा विषय बनेगी।
