अमेरिका के पूर्व राजदूत और बराक ओबामा प्रशासन में व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके रहम इमैनुएल ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि ट्रंप ने नोबेल शांति पुरस्कार पाने की लालसा में भारत के साथ 40 वर्षों से चली आ रही रणनीतिक साझेदारी को कमजोर कर दिया। इमैनुएल ने यह भी दावा किया कि ट्रंप के बेटे और सहयोगियों ने पाकिस्तान से पैसे लिए, जिससे अमेरिका की विदेश नीति प्रभावित हुई और भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव बढ़ा।
बता दें कि. इमैनुएल ने ट्रम्प के बेटे और उनके सहयोगी स्टीव विटकॉफ के बेटे जैक विटकॉफ पर पाकिस्तान से पैसा लेने का आरोप लगाया। जैक विटकॉफ ने अप्रैल 2025 में पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ डिजिटल वित्तीय लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता किया था। इस कंपनी में डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर, एरिक ट्रम्प और जारेड कुशनर की हिस्सेदारी की खबरें हैं। इमैनुएल ने इसे ट्रम्प की पाकिस्तान के प्रति नरम नीति का कारण बताया।
“भारत को दोस्त की जगह प्रतिद्वंद्वी बनाया”
पूर्व राजदूत ने कहा कि ट्रंप की नीतियों ने अमेरिका की दक्षिण एशिया नीति को पूरी तरह उलट दिया। उन्होंने कहा, “भारत के साथ संबंध हर प्रशासन — चाहे वह डेमोक्रेटिक रहा हो या रिपब्लिकन — ने लगातार मजबूत किए। लेकिन ट्रंप ने भारत पर 200% टैरिफ लगाने की धमकी देकर और पाकिस्तानी नेतृत्व से करीबी बढ़ाकर सब कुछ बिगाड़ दिया।”
पाकिस्तान से पैसों का कनेक्शन
रहम इमैनुएल ने अपने बयान में ट्रंप परिवार पर पाकिस्तान से वित्तीय लेनदेन के आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर, एरिक ट्रंप, और दामाद जारेड कुशनर की एक साझेदारी “जैक विटकॉफ” नामक व्यक्ति के साथ है।
जैक विटकॉफ ने अप्रैल 2025 में पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल के साथ डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते के बाद पाकिस्तान में अमेरिकी कंपनियों को विशेष छूटें दी गईं। इमैनुएल का कहना है कि यह सब ट्रंप की पाकिस्तान-समर्थक नीति का हिस्सा था।