मुंबई में शनिवार सुबह 7 बजे एक बड़ी कार्रवाई हुई जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने उद्योगपति अनिल अंबानी के घर और रिलायंस कम्युनिकेशंस (RCOM) से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। यह कार्रवाई 2000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक फ्रॉड के मामले में की जा रही है।
बता दें कि सीबीआई ने बैंक धोखाधड़ी मामले रिलायंस कम्युनिकेशंस के खिलाफ कथित बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, इस धोखाधड़ी के कारण भारतीय स्टेट बैंक को 2000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का दावा है। अब इस मामले में सीबीआई की टीम कंपनी के कई ठिकानों पर छापामारी कर रही है। ये सर्च ऑपरेशन RCOM और अनिल अंबानी से जुड़े पर चल रहा है।
बता दें कि, 1 अगस्त को ही प्रवर्तन निदेशालय ने कथित ₹17,000 करोड़ के लोन फ्रॉड केस की चल रही जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए तलब किया था
जानकारी के अनुसार, CBI ने अनिल अंबानी और RCOM के खिलाफ FIR दर्ज की है। इसमें आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने बैंकों से कर्ज लेकर उसे अन्यत्र डायवर्ट किया और गलत तरीके से वित्तीय लाभ उठाया।इसी सिलसिले में CBI ने मुंबई और अन्य शहरों में RCOM और ADAG समूह से जुड़े कई परिसरों पर एक साथ छापेमारी की। अभी तक यह साफ नहीं है कि जांच के दौरान क्या-क्या जब्त हुआ है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कंपनी के वित्तीय लेन-देन से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल डेटा को जब्त किया गया है।
बता दें कि, CBI की जांच अभी शुरुआती चरण में है। आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं। ED की जांच भी समानांतर रूप से जारी है। वही,अगर आरोप साबित होते हैं, तो यह भारत के कॉर्पोरेट इतिहास के सबसे बड़े बैंक फ्रॉड मामलों में से एक हो सकता है। इस केस के नतीजे न केवल अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों के भविष्य को प्रभावित करेंगे, बल्कि यह संदेश भी देंगे कि भारत में वित्तीय अपराधों के प्रति अब शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जा रही है।
गौरतलब है कि, अनिल अंबानी और रिलायंस कम्युनिकेशंस पर CBI की छापेमारी से यह साफ है कि मामला बेहद गंभीर है। 2000 करोड़ रुपये से अधिक के बैंक धोखाधड़ी मामले में FIR दर्ज हो चुकी है और ED पहले ही पूछताछ कर रहा है।