छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से एक बेहद दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। नवरात्र के अवसर पर मां बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए पैदल यात्रा कर रही 12वीं की टॉपर छात्रा महिमा साहू को तेज रफ्तार थार वाहन ने कुचल दिया। इस हादसे में महिमा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना ने न केवल पूरे इलाके बल्कि राज्यभर को झकझोर कर रख दिया है।
बता दें कि तो पाया कि, नवरात्र के पहले दिन से हाइवे को वन-वे नहीं किया गया था। पदयात्रियों से लेकर वाहन चालक सामान्य दिनों की तरह एक ही साइड पर आना-जाना कर रहे थे। जबकि अंजोरा से रामदरबार चौक तक वन-वे किया जाना था। एक रूट में पदयात्री आते-जाते और दूसरे साइड पर हैवी वाहनों की आवाजाही होती पर पुलिस ने पहले ही दिन ढिलाई बरती और युवती को जान गंवानी पड़ गई।
खतरनाक सफर और सुरक्षा की कमी
नवरात्र पर्व पर हर साल लाखों श्रद्धालु पैदल डोंगरगढ़ जाते हैं। लेकिन इस दौरान सड़क सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी रहती है। इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए स्पष्ट मार्गदर्शन और सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। यही कारण है कि श्रद्धालु गलत रूट से गुजरते रहे और हादसे की आशंका बनी रही।
बता दें कि, यह हादसा केवल एक छात्रा की मौत नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की लापरवाही का परिणाम है। नवरात्र जैसे बड़े अवसर पर भी यदि पुलिस और प्रशासन श्रद्धालुओं को सुरक्षित नहीं रख सकते, तो यह एक गंभीर सवाल है। वही, महिमा साहू का सपना अधूरा रह गया, लेकिन इस हादसे से सबक लेते हुए जरूरी है कि भविष्य में पदयात्रियों की सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था पर और भी सख्ती से ध्यान दिया जाए।
 
								