भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India – ECI) ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा और अहम फैसला लिया है। अब से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें लगाई जाएंगी। इस पहल का उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को और पारदर्शी, सुगम और मतदाताओं के लिए आसान बनाना है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, ECI ने वोटर्स की सुविधा और चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए ईवीएम (EVM) बैलेट पेपर से जुड़े नियमों में बदलाव किए हैं। यह बदलाव कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स, 1961 के नियम 49बी के तहत किए गए हैं।
EVM पर उम्मीदवार की कलर फोटो
चुनाव आयोग ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों से ईवीएम में उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें होंगी। अब से ईवीएम पर उम्मीदवार का चेहरा फोटो के तीन-चौथाई हिस्से पर होगा, जिससे वोटर्स को उम्मीदवार की पहचान करने में परेशानी न हो।
निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि यह बदलाव सबसे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में लागू होंगे। बाद में इसे पूरे देश में होने वाले सभी चुनावों—चाहे लोकसभा हों या विधानसभा—में लागू कर दिया जाएगा।
यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब बिहार में चुनावी सरगर्मियां तेज हैं और सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को साधने की कोशिश में लगे हुए हैं। आयोग चाहता है कि तकनीक और नियमों में सुधार करके मतदाता न केवल सुविधा से मतदान करें, बल्कि चुनाव प्रक्रिया पर उनका भरोसा भी और मजबूत हो।
चुनाव विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत के चुनावी इतिहास में एक महत्वपूर्ण सुधार साबित होगी। दिल्ली स्थित एक चुनाव विश्लेषक का कहना है, “EVM पर रंगीन फोटो की व्यवस्था मतदाताओं के लिए एक बड़ी सुविधा है। इससे वोटिंग का अनुभव आसान होगा और गलत मतदान की संभावना काफी कम हो जाएगी।”
बता दें कि, बिहार चुनाव से पहले निर्वाचन आयोग की यह नई पहल लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक पारदर्शी और ऐतिहासिक सुधार है। EVM पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीर और एक समान फॉन्ट का उपयोग न केवल मतदाताओं की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि चुनाव प्रक्रिया पर उनका भरोसा भी मजबूत करेगा। भारत जैसे विशाल लोकतंत्र में, जहां करोड़ों मतदाता हर चुनाव में भाग लेते हैं, ऐसी पहलें चुनाव को न केवल निष्पक्ष और स्वतंत्र बनाती हैं बल्कि लोकतंत्र को भी मजबूत करती हैं। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बदलाव का वोटिंग पैटर्न और मतदाता अनुभव पर क्या असर पड़ता है।
