मध्य प्रदेश के पर्यटन परिदृश्य में एक और ऐतिहासिक अध्याय जुड़ गया है। मंदसौर जिले के गांधीसागर बांध क्षेत्र में गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण का भव्य शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में गांधीसागर का दृश्य और आकर्षण स्विट्जरलैंड की वादियों से भी ज्यादा मनोरम और आकर्षक होगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ एक बड़ा हादसा होने से टल गया. शनिवार को मंदसौर में जब वह हॉट एयर बैलून एक्टिविटी के लिए पहुंचे थे,
स्विट्जरलैंड से तुलना
मुख्यमंत्री ने गांधीसागर बांध क्षेत्र के बैकवॉटर और हरियाली की तुलना स्विट्जरलैंड से करते हुए कहा कि यहां का दृश्य किसी भी सैलानी को मंत्रमुग्ध कर देगा। उन्होंने कहा, “गांधीसागर बांध क्षेत्र का सौंदर्य स्विट्जरलैंड से भी ज्यादा आनंदित करने वाला है। अब यहां गिद्धों के साथ-साथ चीते भी दिखाई देंगे। यह क्षेत्र आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा।”
वही, सीएम ने ये भी कहा कि, डॉ. गांधीसागर बांध क्षेत्र का पूरा कैचमेंट एरिया और बैकवॉटर का प्राकृतिक सौंदर्य स्विट्जरलैंड की वादियों से भी ज्यादा आनंदित करने वाला है. गांधीसागर पहले से ही गिद्धों के लिए मशहूर है, लेकिन अब यहां चीता भी दौड़ रहा है. जल और वन्यजीव पर्यटन के मामले में गांधीसागर अब देश-दुनिया में मशहूर हो रहा है.
गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण का शुभारंभ; सीएम मोहन ने कहा – स्विट्जरलैंड से भी ज्यादा आकर्षक होगा नजाराGandhisagar Forest Retreat: सीएम मोहन यादव ने मंदसौर जिले से गांधीसागर बांध क्षेत्र में फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण का शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि किसी समय में गिद्धों के लिए प्रसिद्ध मंदसौर को अब इसके वाटर एडवेंचर के लिए भी जाना जाएगा.
टेंट सिटी और आधुनिक पर्यटन सुविधाएं
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा बांध के बैकवॉटर एरिया में विकसित टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया। इस टेंट सिटी में 50 शानदार और सभी मौसमों के अनुकूल टेंट्स तैयार किए गए हैं। यहां पर्यटक नदी के किनारे लक्ज़री और एडवेंचर का अनोखा संगम अनुभव कर सकेंगे।
बता दें कि, गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का चौथा संस्करण मध्य प्रदेश के पर्यटन इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव का यह दावा कि गांधीसागर का नजारा स्विट्जरलैंड से भी ज्यादा आकर्षक होगा, न केवल पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा बल्कि मंदसौर और चंबल घाटी को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर भी स्थापित करेगा।