बॉलीवुड एक्ट्रेस और वर्तमान में हिमाचल प्रदेश से सांसद कंगना रनौत एक बार फिर से राजनीतिक विवादों के केंद्र में आ गई हैं। इस बार विवाद तमिलनाडु कांग्रेस के पूर्व प्रमुख के.एस. अलगिरी (K.S. Alagiri) के बयान से जुड़ा है। अलगिरी ने किसानों के मुद्दे पर कंगना की एक टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि यदि वह दक्षिण भारत में आती हैं, तो उन्हें थप्पड़ मार देना चाहिए। यह बयान न केवल राजनीतिक गलियारों में बल्कि सोशल मीडिया पर भी तेजी से चर्चा का विषय बन गया है।
केएस अलगिरी ने आगे कहा, ‘इस पर कंगना ने जवाब दिया कि अगर उन्हें 100 रुपये दिए जाएं, तो वे कहीं भी जा सकती हैं। मैं ये सब सुनकर हैरान था। ये महिला सांसद है, लेकिन किसान महिलाओं की आलोचना कर रही है। वे महिलाएं ग्रामीण भारत से आती हैं।’
इसके बाद अलगिरी ने कहा कि कंगना रनौत कुछ महीने पहले एयरपोर्ट गई थीं, तो एक महिला सुरक्षाकर्मी ने उन्हें थप्पड़ मारा था। मैंने किसानों को कहा है कि अगर वह हमारे इलाके में आती हैं, तो आप वहीं करें, जो एयरपोर्ट पर महिला सुरक्षाकर्मी ने किया था। तभी वह अपनी गलती सुधार पाएंगी।
अलगिरी का बयान और उसका आधार
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान के.एस. अलगिरी ने बताया कि कुछ किसान उनके पास शिकायत लेकर आए थे। किसानों ने दावा किया कि कंगना रनौत ने कहा है कि “किसान महिलाएं कमजोर जमीन पर काम करती हैं।” इस पर किसानों ने विरोध जताया और कहा कि महिला किसान भी पुरुषों की तरह मेहनती और साहसी होती हैं।
कंगना रनौत का जवाब
कंगना रनौत ने इस बयान को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें भारत में कहीं भी जाने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा,
“मैं भारत की नागरिक हूं और मुझे संविधान ने स्वतंत्रता दी है कि मैं देश के किसी भी हिस्से में आ-जा सकती हूं। कोई मुझे रोक नहीं सकता। अगर कुछ लोग मुझसे नफरत करते हैं, तो उतने ही लोग मुझे प्यार भी करते हैं।”
बता दें कि, कंगना रनौत और कांग्रेस नेता के.एस. अलगिरी के बीच छिड़ा यह विवाद केवल एक बयान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज, राजनीति और लोकतांत्रिक मूल्यों से भी जुड़ा हुआ है। जहां कंगना ने अपने अधिकार और स्वतंत्रता की बात की, वहीं कांग्रेस नेता का बयान राजनीतिक बहस को एक नई दिशा में ले गया।