मध्य प्रदेश की राजनीति में आदिवासी समुदाय हमेशा सत्ता की कुंजी साबित हुआ है। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से 47 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं, और लगभग 21 प्रतिशत आबादी आदिवासी समुदाय से आती है। यही वजह है कि चुनावी मौसम में आदिवासी समाज का रुख तय करता है कि सत्ता पर किसकी पकड़ मजबूत होगी।
कांग्रेस का कदम और विवाद की शुरुआत
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बयान दिया—“गर्व से कहो हम आदिवासी हैं, हिंदू नहीं।” यह कथन आदिवासी पहचान और उनकी सांस्कृतिक विशिष्टता पर आधारित था, लेकिन भाजपा ने इसे हिंदू समाज पर सीधा प्रहार माना।
कांग्रेस का तर्क है कि आदिवासी समुदाय की अपनी अलग परंपराएँ, आस्थाएँ और जीवन शैली है, जिसे हिंदू धर्म की श्रेणी में सीमित नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस चाहती है कि आगामी जनगणना में आदिवासी अपने को अलग पहचान के रूप में दर्ज कराएँ।
भाजपा का पलटवार
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह “हिंदू समाज का अपमान” है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस लगातार सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म का विरोध करती रही है। उनका कहना है कि राहुल गांधी और अब उमंग सिंघार के बयानों से स्पष्ट है कि कांग्रेस समाज को बांटकर अपना वोट बैंक साधना चाहती है।
ओबीसी आरक्षण और कांग्रेस का जोखिम
उमंग सिंघार का बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस ने ओबीसी आरक्षण मामले में सरकार का समर्थन किया है। सुप्रीम कोर्ट में लंबित इस मामले में कांग्रेस के कदम को राजनीतिक रूप से “जोखिम भरा” बताया जा रहा है।
गौरतलब हैं कि, 2028 के विधानसभा चुनाव से पहले जनगणना का मुद्दा बेहद अहम हो गया है। यदि आदिवासी समुदाय बड़ी संख्या में खुद को हिंदू की बजाय अलग धर्म या पहचान के रूप में दर्ज कराता है, तो राजनीतिक दलों की रणनीति पूरी तरह बदल जाएगी।मध्य प्रदेश की राजनीति में आदिवासी पहचान एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गई है। कांग्रेस का कदम जहां उसे आदिवासी वोट बैंक दिलाने में मददगार हो सकता है, वहीं भाजपा इसे हिंदू समाज के खिलाफ साजिश बताकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि, मध्य प्रदेश की राजनीति में आदिवासी पहचान एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गई है। कांग्रेस का कदम जहां उसे आदिवासी वोट बैंक दिलाने में मददगार हो सकता है, वहीं भाजपा इसे हिंदू समाज के खिलाफ साजिश बताकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रही है।