भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर पूरे देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह हमें जीवन में नई शुरुआत करने, चुनौतियों को पार करने और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज गणेश चतुर्थी की पूर्व संध्या पर देश के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह त्योहार सभी को नए लक्ष्यों और सकारात्मक भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। मुर्मू ने कहा कि यह त्योहार श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान श्री गणेश को ज्ञान और कल्याण के स्रोत के रूप में पूजा जाता है। हम नई शुरुआत और बाधाओं को दूर करने के लिए उनका आशीर्वाद चाहते हैं। यह त्योहार हमें नए लक्ष्यों और सकारात्मक भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।
गणेश चतुर्थी: भक्ति और उत्साह का पर्व
गणेश चतुर्थी को भारत के सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में गिना जाता है। इस दिन श्रद्धालु भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते हैं और पूरे दस दिनों तक भक्ति-भाव से पूजा-अर्चना करते हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा और गोवा सहित कई राज्यों में यह त्योहार विशेष धूमधाम से मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी केवल भगवान गणेश की आराधना का पर्व नहीं है, बल्कि यह जीवन में उत्साह, सकारात्मकता और नई शुरुआत का प्रतीक है। राष्ट्रपति मुर्मू का संदेश इस पर्व की वास्तविक भावना को दर्शाता है—एकता, सौहार्द, और बाधाओं को दूर करने का संकल्प।