गोलपाड़ा/गुवाहाटी। असम के गोलपाड़ा जिले में गुरुवार को हुए अतिक्रमण रोधी अभियान के दौरान हिंसा और झड़प के बाद प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। एक ओर जहां पुलिस और वन विभाग की कार्रवाई में एक अतिक्रमणकारी की मौत हो गई और 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए, वहीं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसके लिए कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने राहुल गांधी पर राज्य में शांति व्यवस्था भंग करने और लोगों को भड़काने का गंभीर आरोप लगाया।
जानकारी दे दें कि, मुख्यमंत्री ने राहुल गांधी के राज्य के दौरे को विनाशकारी बताते हुए कहा कि उनकी गैर-जिम्मेदाराना बयानबाजी ने सीदे तौर पर लोगों की जान जोखिम में जाल दी और हमारे राज्य में शांति भंग कर दी।
बता दें कि, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना के बाद एक के बाद एक ट्वीट कर राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लिखा, “राहुल गांधी एक दिन के लिए असम आए और एक दिन में ही उन्होंने राज्य की शांति व्यवस्था को भंग कर दिया। उनके बेतुके बयानों से उत्साहित होकर अतिक्रमणकारियों ने वन भूमि पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की और हमारे जवानों पर हमला कर दिया।”
उधर, कांग्रेस ने सीएम सरमा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह सरकार की विफलता है और लोगों के जायज अधिकारों को दबाने के लिए विपक्ष पर आरोप लगाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने असम में केवल लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। हिंसा के लिए सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है, जिसने बेवजह लोगों पर बल प्रयोग किया।