नई दिल्ली। लॉर्ड्स का मैदान एक बार फिर भारतीय क्रिकेट के जादूगर रवींद्र जडेजा के शानदार खेल का गवाह बना है। भले ही भारत को रोमांचक टेस्ट मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों 22 रन की हार झेलनी पड़ी, लेकिन जडेजा ने अकेले दम पर भारतीय उम्मीदों को अंतिम घंटे तक जिंदा रखा और अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में एक सुनहरा अध्याय जोड़ दिया। जडेजा अब 7000 अंतरराष्ट्रीय रन और 600 विकेट का डबल मुकाम हासिल करने वाले भारत के सिर्फ दूसरे क्रिकेटर बन गए हैं। यह सब न सिर्फ जडेजा के करियर के लिए मील का पत्थर है बल्कि सभी फैंस के लिए भी ये गर्व का पल है।
बता दें कि, रवींद्र जडेजा भारतीय टीम के लिए हीरो साबित हुए। इंग्लिश फील्डरों के बीच ‘अभिमन्यु’ की तरह डटे रवींद्र जडेजा नाबाद 61 रन पारी खेली। जडेजा ने इंग्लैंड की धरती पर लगातार चौथा अर्धशतक लगाकर नीतीश रेड्डी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ खेल को तीसरे सत्र तक खींचा। इस दौरान अपने नाम कई रिकॉर्ड दर्ज कर गए। इससे पहले भी जडेजा ने कई रिकॉर्ड्स बनाए हैं।
जानकारी देते चलें कि, 5 दिन तक चले मुकाबले का आखिरी दिन बेहद रोमांचक रहा। एक ओर इंग्लैंड के गेंदबाज जीत की दहलीज पर खड़े थे, तो दूसरी ओर जडेजा ने भारतीय पारी को अंतिम सेशन तक खींच लिया। वह अंत तक नाबाद 61 रन बनाकर लौटे। नीतीश रेड्डी, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के साथ साझेदारी करते हुए जडेजा ने इंग्लिश गेंदबाजों को जमकर चुनौती दी। हालांकि टीम लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी और इंग्लैंड ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली।
इंग्लैंड में लगातार चार अर्धशतक
जडेजा ने अपनी नाबाद पारी के साथ इंग्लैंड की धरती पर लगातार चार अर्धशतक जमाने का भी रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। ऐसा करने वाले वह तीसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन और राहुल द्रविड़ ने यह कारनामा किया था।
भारतीय बल्लेबाजी का संकट
हालांकि जडेजा के संघर्ष के बावजूद बाकी बल्लेबाज बड़ी साझेदारियां नहीं बना पाए। शीर्ष क्रम के जल्दी ढह जाने के बाद मिडिल और लोअर ऑर्डर ने संघर्ष तो किया, लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच सके।
वही, भले ही नतीजा भारत के पक्ष में न रहा हो, लेकिन जडेजा ने अपने प्रदर्शन से करोड़ों भारतीय प्रशंसकों का दिल जीत लिया। उन्होंने फिर साबित कर दिया कि मुश्किल हालात में टीम को संभालने की जिम्मेदारी वह बखूबी निभा सकते हैं। अब भारतीय टीम को सीरीज में वापसी के लिए अगला टेस्ट हर हाल में जीतना होगा।