दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के चलते चर्चा में हैं। थरूर ने उस भाषण की स्पष्ट रूप से सराहना की है, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि 2035 तक भारत को ‘मैकाले की मानसिकता’ से मुक्त किया जाएगा और देश को वह सोच अपनानी होगी जो एक स्वतंत्र, आत्मविश्वासी और वैश्विक भारत का प्रतिनिधित्व करती है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “पीएम मोदी देश को गुलामी की मानसिकता से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है ।
पीएम मोदी के भाषण ने छुआ थरूर का दिल
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत को 2035 तक उस मानसिकता से बाहर निकलना होगा, जो अंग्रेज़ों के जमाने में मैकाले ने भारतीय शिक्षा और सोच पर थोपी थी। उन्होंने कहा कि अब भारत पुराने ढांचे से बाहर निकलकर नई ऊर्जा और नए मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है।
थरूर का यह नया बयान कांग्रेस के लिए एक बार फिर चुनौती बन सकता है। पार्टी नेतृत्व अक्सर इस बात को लेकर संवेदनशील रहता है कि उनके वरिष्ठ नेता सार्वजनिक मंच पर किस तरह के बयान देते हैं। कांग्रेस के कुछ नेताओं का मानना है कि विपक्ष के रूप में सरकार की नीतियों की सराहना करने से पार्टी की राजनीतिक जमीन कमजोर होती है।
बता दें कि, शशि थरूर का नवीनतम बयान न केवल सरकार और विपक्ष के बीच दिलचस्प राजनीतिक गतिशीलता को दर्शाता है, बल्कि इस बात का संकेत भी देता है कि भारतीय राजनीति अब वैचारिक रूप से परिपक्व हो रही है। पीएम मोदी के भाषण की सराहना करके थरूर ने यह दिखाया है कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद देशहित के मुद्दों पर सहमति संभव है।
